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542 :: मूकमाटी-मीमांसा
10.
१३.
वासवानी डिग्री कॉलेज, बैरागढ़, भोपाल, मध्यप्रदेश, प्रकाशक-शक्ति प्रकाशन, ५८- सुल्तानिया रोड, भोपाल, मध्यप्रदेश, प्रथम आवृत्ति-१९९२, पृष्ठ-६४, मूल्य-५० रुपए। Acharya Vidyasagar's : Mookmati (
Mute-Mud), Jaikishandas Sadani, Published by - Nirgrantha Sahitya Prakashan Samiti, P-4, Kalakar Street, Kolkata-700 007, West Bengal, First Edition -1994, Page-20. 'मूकमाटी' : मुक्ति की मंगल यात्रा- मुनि श्री समतासागरजी महाराज, प्रकाशक-डॉ. चन्द्रमोहन पाटनी, पाटनी सदन, अस्पताल रोड, विदिशा-४६४ ००१, मध्यप्रदेश, प्रथम संस्करण-मार्च-१९९५, पृष्ठ-३२॥ 'मूकमाटी' : चेतना के स्वर (नागपुर विश्वविद्यालय,नागपुर, महाराष्ट्र से डी. लिट्. के लिए १९८८ में स्वीकृत शोध-प्रबन्ध), लेखक-डॉ. भागचन्द्र जैन 'भास्कर', पूर्व विभागाध्यक्ष-पाली एवं प्राकृत विभाग, नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र, प्रकाशक-ऋषभकुमार जेजानी, जेजानी चेरिटेबल ट्रस्ट, पुरोहित डालडा कम्पनी के सामने, घाट रोड, नागपुर, महाराष्ट्र, फोन-(०७१२)२७३००१५, २७६२१७७ (दु.), २७७९०४५ (नि.), मो. ९८२३१-१६२०९, प्रथम आवृत्ति-१९९५, पृष्ठ-८+३४६, मूल्य-५० रुपए। आचार्य कवि विद्यासागर का काव्य-वैभव ('मूकमाटी', 'नर्मदा का नरम कंकर', 'तोता क्यों रोता', 'चेतना के गहराव में,' 'डूबो मत, लगाओ डुबकी'--पाँच कृतियों पर समीक्षात्मक अध्ययन), लेखक- डॉ. शेखरचन्द्र जैन, पूर्व प्राचार्य एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष- श्रीमती सदगुणा सी. यू. आर्ट्स कॉलेज, अहमदाबाद, प्रकाशक - दयाचन्द काशीप्रसाद जैन, सुकुमाल नगर, धनजी भाई के कुआँ के पास, चाँदलोड़िया, अहमदाबाद३८२ ४८१, गुजरात, प्राप्तिस्थान-श्री कुन्थुसागर ग्राफिक्स सेन्टर,२५-शिरोमणी बंगलोज, बड़ोदरा एक्सप्रेस हाइवे के सामने, सी. टी. एम. चार रास्ता के पास, हाइवे, अहमदाबाद-३८० ०२६, गुजरात, फोन-(०७९) २५८५०७४४, २५८९१७७, प्रथम संस्करण-१९९७, पृष्ठ-१०+१०८, मूल्य२० रुपए। 'मूकमाटी' (संक्षिप्त), सम्पादक-डॉ. अशोक के. शाह, राजपीपला, गुजरात, प्रकाशक-पंकज आर. गाँधी, पाप्युलर प्रकाशन, टावर रोड, सूरत, गुजरात, प्रथम आवृत्ति-१९९७, पृष्ठ-४+६४, मूल्य-१० रुपए। 'मूकमाटी' का कन्नड़ रूपान्तरण, अनुवादक-एच. व्ही. चौधरी, द्वारा-- ए. वाय. इंचाल, एम.आई.जी. फर्स्ट, हाउस नं ५८, हुडको कॉलोनी, गदग-५८२ १०१, धारवाड़, कर्नाटक, १९९८ ई., अप्रकाशित । 'मूकमाटी' का सौरभ ('मूकमाटी' महाकाव्य में प्रतिपादित मानव मूल्य), संकलन-डॉ. नीलम जैन, प्रधान सम्पादिका-'जैन महिलादर्श, लखनऊ, प्रकाशक-श्री दिगम्बर साहित्य प्रकाशन समिति, जैन ट्रेडर्स, जैन मन्दिर के सामने, बरेला, जबलपुर, मध्यप्रदेश, फोन-(०७६१)२८९४८७, २८९४८३, प्रथम संस्करण१९९८, पृष्ठ-९२, मूल्य-१२ रुपए। हिन्दी साहित्य में पर्यावरणीय चेतना (यू.जी.सी. के राष्ट्रीय सेमिनार में पठित आलेख-संकलन में पर्यावरण अनुचिन्तन और 'मूकमाटी' आलेख, पृष्ठ ९५ से १२० तक), सम्पादक-डॉ. वीरेन्द्र स्वर्णकार एवं डॉ. सुरेन्द्र कुमार जैन 'भारती', प्रकाशक-सेवा सदन महाविद्यालय, बुरहानपुर-४५० ३३१, मध्यप्रदेश, फोन(०७३२५) २५४९२६, प्रथम आवृत्ति- १९९९, मूल्य-२०० रुपए। संवादों के सिलसिले - (डॉ. सन्तोष तिवारी द्वारा लिखित आलेखों के अन्तर्गत 'मूकमाटी' पर 'विकास यात्रा की निरन्तरता : पद, पथ और पाथेय समीक्षात्मक आलेख), लेखक-डॉ. सन्तोष कुमार तिवारी, प्रकाशक-अमर प्रकाशन, पण्डित केदारनाथ पचौरी भवन, सदर बाजार, मथुरा-२८१ ००१, उत्तरप्रदेश, प्रथम संस्करण-२०००, मूल्य-१५० रुपए ।
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'मकमा