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दशनाला 2जिसमा सदा से मनिला 20-
तवास जिसने सक) पाया ३सके मोह शो (54) ३) भयो भोलि २.2012 ना. अHAGAL 4040 4404 3101रवर-गुरुवारपाय 44)
पाचन-कर-कर परोस२०५से. श्क भारत -सूजन कासम २०1 341 -
सयाविरपरी
भटिया
नया भजनका अर्थ ) और नयनरम पूर्ण पथ समन सरणमादरबन जब गज२५ )
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'मूकमाटी' रचयिता की हस्तलिपि सौजन्य से : श्री अभिनन्दन सांधेलीय, पाटन (जबलपुर)