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व्याकरणप्रश्नाः
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-अ, च्, य्, शू इनके प्रयत्न लिखकर स्वरित, अनुनासिक, सवर्ण, संहिता और पद की परिभाषाएँ लिखो ।
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२ - अदसो मात् ! एतत्तदोः सुलोपोऽकोरनञ् समासे हलि । औतोऽमूशसोः । वामशसोः । न सम्प्रसारणे सम्प्रसारणम् । इनमें से केवल चार सूत्रों के अर्थ लिखकर उदाहरण दो ।
३ - निम्नलिखित प्रयोगों में से से करो :- पूर्वस्मिन् । सख्यौ । एभिः । अहोभ्याम् | ४ - निम्नलिखित श्लोक की व्याख्या करो :
अन्यतम तीन प्रयोगों की सिद्धि केवल विशेष सूत्रों
सुखंवां नौ ददात्वीशः पतिर्वामपि नौ हरिः ।
सोऽव्याद्वो नः शिवं वो नो दद्यात् सेब्योऽत्र वः स नः ॥
५- इनमें से केवल पाँच धातुओं के लट् और लुङ् में केवल मध्यम पुरुष में रूप लिखो :
अजन्तोऽकारवान् वा यस्तास्यनिट थलि वेडयम् । ऋदन्त ईङ् नित्यानिट् क्राद्यन्यो लिटि सेड् भवेत् ॥
७- निम्नलिखित प्रयोगों में से केवल पाँच को विशेष सूत्रों से सिद्ध करो :शृणु वर्त्स्यति, विकरोतु, आह, जायते, किरति ।
गद्, अर्च, गुप्, श्रु, डुदाञ् डुक्रीञ् ।
- 'ऋतो भारद्वाजस्य' इस सूत्र का अर्थ लिखकर निम्नलिखित श्लोक की व्याख्या करो :
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८ - इनको शुद्ध करो :
पितरं नमः । रामो देवं अलम् । अश्वेन पतति । मोक्षाय इच्छास्ति । पुत्रं पुस्तकं ददाति ।
(ख) इनसे स्त्रीवाचक शब्द बनाओ :--
अज, गौर, गोप, गोपालक, मनुष्य, अरण्य, यवन, मातुल, क्षत्रिय, हय ।
९ - सन्धि और समास में क्या भेद होता है ? निम्नलिखित समस्त शब्दों में कौनकौन से समास हैं ? विग्रह भी लिखो :
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सचक्रम्, पूर्वकायः, दूरादागतः, देवब्राह्मणः, अपुत्रः, पाणिपादम् ।
१० - निम्नलिखित शब्दों में कौन-कौन से प्रत्यय किस-किस शब्द से कौन-कौन से
अर्थ में आए हैं ?
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