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श्रीरत्नप्रभसूरिगुरुभ्यो नमः
श्रीमदुपकेशीयगच्छ के मुनि
ज्ञानसुन्दर विरचित श्रीगयवरविलास
अर्थात
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बत्तीस सूत्रों में मूर्तिसिद्ध
प्रकाशक व आर्थिक सहयोगी
रानी गांव निवासी शा. सुकनराज सागरमलजी पोरवाल शा. हस्तिमल सरदारमलजी धनरेशा शा. मोहनलाल सरदारमलजी धनरेशा
-*-* प्रथमावृति 2000 द्वितीयावृति 1000 तृतीय सं0 1000
वि. सं.2055 कीमत 10 रुपये