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________________ सकलतीर्थ वंदना २९७ महाविदेह क्षेत्र के १२४ चैत्यो हर एक विजय के ३ चैत्यः कुल (३२४३)९६ नीलवंत पर्वताumar बामा १२३४५. नषध पर्वत उत्तर KAKU दक्षिा WYI २९ ३० ३१ ३२१ नषध प्रवता __ महाविदेह क्षेत्र के हर एक विजय के मध्य भाग में पूर्व-पश्चिम की तरफ लंबा वैताढ्य पर्वत है। हर एक विजय में रहे दो-दो नदी के कुंडों में पर्वत पर से नदियाँ गिरती हैं और कुंड में से निकलकर उत्तर के विजय की नदियाँ दक्षिण की तरफ तथा दक्षिण के विजय की नदियाँ उत्तर की तरफ बहकर सीतासीतोदा नदी में मिलती हैं। मात्र एक विजय के दूसरे चित्र में ये दो नदियाँ ल Ww WLYAN पश्चिम
SR No.006128
Book TitleSutra Samvedana Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrashamitashreeji
PublisherSanmarg Prakashan
Publication Year2015
Total Pages346
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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