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________________ २८५ ३५/२५/अप्राप्य) ३०/ ५०/५०/२५/६०/ १००/ १००/ १००/ १००/ * प्रवचन प्रभावक हिन्दी ग्रंथमाला + १. जिनाज्ञा परममंत्र २. प्रार्थनासूत्र के माध्यम से परमात्मा को प्रार्थना ३. जैन संघ के अग्रणिओं को मार्गदर्शन ४. आत्मध्यान के अवसर पर । ५. नवपद के उपासक - श्रीपाल - मयणा ६. समकित का संग, मुक्ति का रंग ७. उचित आचरण-१ माता-पिता के प्रति संतानों का ८. नवपद उपासना * अन्य प्रकाशन * १. सूत्र संवेदना भाग-१ (सामायिक के सूत्रो) २. सूत्र संवेदना भाग-२ (चैत्यवंदन के सूत्रो) ३. सूत्र संवेदना भाग-२ (प्रतिक्रमण के सूत्रो) ४. सूत्र संवेदना भाग-२ (वंदित्तु सूत्र) * स्मृतिमंदिर ग्रंथमाला * नं. १ सुवर्ण पात्र में मंदिरा पान २ प्रभु वीर की वाणी भरत का भावी ३ धर्म का मर्म ४ श्रमण धर्म की श्रेष्ठता ५ आत्महित की बातें ६ सफलता का मार्ग ७ धर्म का रहस्य ८ मानव का कर्तव्य ९ अंधे को आयना १० आत्मधर्म ११ संसार असार है १२ सुखं धर्मात् (संस्कृत) १३ जीवन कवन (पृ.आ.श्री.वि. रामचंद्र सू.म.की जीवनी) नाम मूल्य १५-०० ३०-०० २०-०० १५-०० ३०-०० १५-०० १५-०० १५-०० १५-०० १५-०० १५-०० १५-०० १००-००
SR No.006124
Book TitleSutra Samvedana Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPrashamitashreeji
PublisherSanmarg Prakashan
Publication Year2012
Total Pages320
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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