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________________ लं Food प्रश्न - 3 :- सही (/) या गलत (x) का निशान करें। 1. तीर्थ क्षेत्रं कृतं पापं, अन्य क्षेत्रे विनश्यति 2. वैशाख सुदि 11 को मौन एकादशी आती है। 3. तीर्थयात्रा विधि तथा विवेक पूर्वक करनी चाहिए। तीर्थभूमि पर किये पाप वज्र के लेप जैसे होते हैं। तलेटी से रामपोल तक 3745 पगथिए हैं। 6. शत्रुजय के 15वें उद्धार के समय आदिनाथ दादा ने 7 श्वासोश्वास लिए थे। शत्रुजय पर्वत शाश्वत है। 8. शत्रुजय की नव टुंक में 143 मंदिर है। 9. गिरिवर दर्शन विरला पावे पूर्व संचित कर्म खपावे। 10. फागण सुद तेरस को भाडवा डुंगर की महिमा है। प्रश्न - 4:- सही (/) या गलत (x) का निशान करें। 1. पर्युषण महापर्व में चैत्य परिपाटी एक ही देरासर की करनी चाहिए। 2. नवकार को पुरा गिनने से 500 साल तक के नरक के दुःख नहीं भोगने पड़ते हैं। 3. पुरुष को दायी और स्त्री को बायी तरफ खडे रहकर पूजा करनी चाहिए। 4. उपाश्रय संबंधी दश त्रिक बताई गई है। एक वर्ष में टीवी देखेने से 1211 घंटों का समय बिगडता है। टी.वी. याने टोटल विकास 7. दान के पांच प्रकार में से अनुकंपादान तीसरे नं. का है। 8. पानी के एक बिंदु में बहुत सारे जीव है। 9. पिताजी घर में हृदय समान है एवं माताजी घर में मस्तक समान है। प्रश्न - 5 :- प्रश्नों के उत्तर लिखिए टी.वी के बारे में एक चिंतक ने क्या कहा है ? 2. संसार का पक्षपात कैसे छुट सकता है ? अपने भगवान सबसे महान क्यों हैं ? जैन धर्म में बताए हुए सात क्षेत्र कौन कौन से हैं ? दान के पांच प्रकार कौन से हैं ? गुरुभगवंत को वंदन करने से क्या लाभ है ? हमारे गुरु कौन है - संक्षिप्त में बताएँ ? कौन से सूत्र में कितनी प्रार्थनाएं बताई गई है ? __ पूजा करते समय कितनी शुद्धि होनी चाहिए? 10. कितने प्रकार की त्रिक हमारे शास्त्र में दिखाई गई है ? तीर्थ कितने प्रकार के है, कौन कौन से ? 12. नवकार के एक अक्षर के स्मरण से कितने सागरोपम का पाप नष्ट हो जाते हैं ? 13. गिरीराज में बडी टुंक पर कितने प्रतिमाजी बिराजमान है ? 11. (110
SR No.006120
Book TitleJain Tattva Darshan Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVardhaman Jain Mandal Chennai
PublisherVardhaman Jain Mandal Chennai
Publication Year
Total Pages120
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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