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________________ . . . . . . . . . . . . . . . . . . प्रश्न 4: एक वाक्य में उत्तर लिखिए :1. आचार्य उपाध्याय साधु इनको क्या कहते है ? 2. तीर्थंकर भगवान कितने होते है ? 3. मल्लिनाथ व पार्श्वनाथ भगवान का वर्ण कैसा है ? 4. दर्शन तत्व के गुण कितने है ? 5. हमें माता-पिता की क्या करनी चाहिए? 6. धूप पूजा के बाद कौन-सी पूजा करनी चाहिए? 7. हमें विद्यागुरु का क्या करना चाहिए? 8. अईमुत्ता मुनि ने किसकी नाव बनाकर तैरायी ? 9. कुमारपाल महाराजा की मृत्यु के बाद कौन राजा बना ? 10. श्री सुविधिनाथजी का लंछन क्या है ? (गुरुतत्त्व) (24) (नीलवर्ण) (67) (सेवा भक्ति) (दीपक पूजा) (विनय) (पातरा) (अजयपाल) (मगरमच्छ) प्रश्न 5 : सही जवाब चुनकर लिखिए : 1. एक अष्ट मंगल का नाम है । (दर्पण, सिंह, हाथी) (दर्पण) 2. हमें अक्षत पूजा के पहले यह पूजा करनी चाहिए। (दर्पण, दीपक, चामर) (दीपक) 3. पद्मप्रभ और वासुपूज्य का वर्ण कैसा है ? (सफेद, नीला, राता) (राता) 4. ज्ञान पद के कितने गुण है ? (12,27,51) । (51) 5. गौतमस्वामी कौन-सी नगरी में भिक्षा के लिये गये? (पावापुरी, राजगृही, शिखरजी) (राजगृही) .............................. मुझे पता है आपके दिल में मैं हूँ मेरे दिल में भी आप रहना -आपका लडकी 4 .
SR No.006115
Book TitleJain Tattva Darshan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVardhaman Jain Mandal Chennai
PublisherVardhaman Jain Mandal Chennai
Publication Year
Total Pages56
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
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