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2. तस्स उत्तरी सूत्र
(TASSA-UTTAREE SOOTRA)
तस्स उत्तरी करणेणं, पायच्छित्त करणेणं,
TASSA UTTAREE KARANENAM, PAYACHCHHITTA KARANENAM
विसोही करणेणं, विसल्ली करणेणं,
VISOHEE KARANENAM, VISALLEE KARANENAM
पावाणं कम्माणं,
PAVANAM KAMMANAM
निग्घायणट्ठा ठामि काउस्सग्गं
NIGGHAYANATTHAE, THAMI KAUSSAGGAM
भावार्थ: इरियावहिया सूत्र से पापों की सामान्य शुद्धि रुप प्रतिक्रमण करने के बाद भी बचे को नाश करने के लिए उत्तर क्रिया काउस्सग्ग के पांच हेतु इस सूत्र में बतायें है ।
हुए
EXPLANATION: Sins are destroyed by iriyavahiyam but to be further free from the sins "Tassa uttari" is recited.
3. अन्नत्थ सूत्र
(ANNATTHA SOOTRA)
अन्नत्थ ऊससिएणं, नीससिएणं
ANNATTHA USASIENAM NEESASIENAM
खासिएणं, छीएणं, जम्भाइणं,
KHASIENAM, CHHEEANAM, JAMBHAIENAM
उड्डुएणं, वायनिसग्गेणं,
UDDUENAM, VAYANISAGGENAM
भमलीए पित्तमुच्छा ।। 1 ।।
BHAMALEEYE PITTAMUCHCHHAE
सुमेहिं अंग संचालेहिं
SUHUMEHIM ANGA SANCHALEHIM
सुमेहिं खेल संचालेहिं
SUHUMEHIM KHELA SANCHALEHIM
सुमेहिं दिट्ठि संचालेहिं ॥ 2 ॥
SUHUMEHIM DITTHI SANCHALEHIM
पापों
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