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________________ NRane सात ॥ श्री विमलनाथाय नमः ॥ । प्रभु श्रीमद् विजय राजेन्द्रसूरीश्वरगुरुभ्यो नमः ।। श्रीमद् ज्ञानसागरसूरि कृतश्री विमलनाथ प्रभुनुं चरित्र भाषांतर (जेमां धर्मनो प्रभाव, भेदो, श्रावकना व्रतोनो अधिकार वगेरे जैन धर्मना शिक्षणनो सुंदर उपदेश विविध कथाओ सहित अने प्रभुनु चरित्र पूर्वभव साथे विस्तारपूर्वक आपवामां आवेल छे.) :आशीर्वाद: आचार्यदेव श्री विद्याचंद्रसूरीश्वरजी मुनिराज श्री रामचंद्रविजयजी संपादक मुनिराज श्री जयानंदविजयजी प्राप्तिस्थान शा. देवीचंद छगनलालजी | श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन पेढी सुमति दर्शन, नेहरू पार्क के सामने, साँथू - 343026 माघ कोलोनी, भीनमल-343029 (राज) जिला : जालोर (राज.) _फोन : (02969) 220387 फोन : 02973 - 254221 श्री विमलनाथ जैन पेढी बाकरा गाँव- 343025 (राज.) फोन : 02973-251122/9413465068 |शा. नागालाल वजाजी खींवसरा महाविदेह भीनमाल धाम गोपीपुरा, काजी का मैदान तलेटी हस्तिगिरि, लिंक रोड, शांतिविला अपार्टमेन्ट, सुरत, (गुजरात) पालीताणा-364270 फोन : 2422650 फोन : (02848)243018
SR No.005931
Book TitleVimalnath Prabhunu Charitra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayanandvijay
PublisherGuru Ramchandra Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages378
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size7 MB
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