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१30 स्थानी नमित | अर्थ | सूत्र नंबर | सूत्र . .
| १-२-२१ | इवर्णादेरस्वेस्वरेयवरलम् । ऋ + ऐ ऋ ऐ | १-२-२२ ह्रस्वो ऽपदेवा। . ऋ३ + ऐ ऋ३ ऐ | १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। ऋ + ऐ ऋऐ | १-२-3६ चादिः स्वरोऽनाङ्। ऋ+ओ रो १-२-२१ इवर्णादेरस्वे स्वरेयवरलम्। ऋ + ओ
ऋ ओ | १-२-२२ ह्रस्वोऽपदेवा। ... ऋ३ + ओ ऋ३ ओ| १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। ऋ + ओ | ऋ ओ | १-२-३६ चादिः स्वरोऽनाङ्। ऋ +औ रौ १-२-२१ इंवर्णादेरस्वे स्वरेयवरलम् ।। ऋ + औ | ऋऔ | १-२-२२ ह्रस्वोऽपदेवा। ऋ३ +औ | ऋ३ औ| १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। ऋ+ औ | ऋ औ | १-२०३६ चादिः स्वरोऽनाङ्।
लृ + अ
लु लृ + अ ल | १-२-२१ | इवर्णादेरस्वेस्वरेयवरलम् ।
लृ + अ लुअ | १-२-२२ ह्रस्वोऽपदेवा। लु३ + अ
| लु३ अ | १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। ..
| लुअ । १-२-३६ | चादिःस्वरोऽनाङ्। लृ + आ | ला १-२-२१ | इवर्णादेरस्वेस्वरेयवरलम् । लृ + आ लुआ |. १-२-२२ ह्रस्वो ऽपदेवा। लु३ +आ | लु३ आ| १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। लृ +आ लु आ | | १-२-36 | चादिःस्वरोऽनाङ्। लृ + इ | लि १-२-२१ । इवर्णादेरस्वेस्वरेयवरलम् ।
१-२-२२ ह्रस्वोऽपदेवा। लु३+इ| लुइ १-२-३२ प्लुतोऽनितौ। लु + इ लुइ १-२-३६ | चादिः स्वरोऽनाङ्! | ली १-२-२१ | इवदरस्वे स्वरेयवरलम् ।
| १-२-२२ ह्रस्वोऽपदेवा।
लृ +इ
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