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શ્રી સિદ્ધહેમચન્દ્રશબ્દાનુશાસનસૂત્રાકારાધનુક્રમણિકા [ ૨૩
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सूत्रम् । सूत्राङ्क। । सूत्रम्। सूत्राङ्क। श्वस्तनी-तास्महे ॥ ३-२-१४॥ | षितोऽङ् ॥ ५-३-१०७ ॥ श्वादिभ्योऽग् ॥ ६-२-२६ ॥ ष्ठिवृक्लम्बाचमः ।। ४-२-११० ॥ श्वादेरिति ॥ ७-४-१० ॥ ष्ठिसिवोऽवा ॥ ४-२-११२ ॥ श्वेताश्वाश्वतर० ॥३-४-४५।। ष्या पुत्रषत्योः० ॥ २-४-८३ ॥ श्वे र्वा ॥४-१-८९ ॥
संकटाभ्याम् ॥ ७-३-८६ ॥ पः सोऽष्टय० ।। २-३-९८ ॥ संख्याक्ष-तौ ॥ ३-१-३८ ॥ षट्कति-थट् ॥ ७-१-१६२ ॥ संख्याङ्कात् ॥ ६-२-१२८ ॥ पत्वे षडगवेः ॥७-१-१३५॥ संख्याडते० ॥ ६-४-१३० ॥ षड्व जैक० ॥ ७-३-४० ॥ संख्याता-वा॥ ७-३-११७ ॥ पढोः कः सि ॥ २-१-६२ ॥ संख्यातेक० ॥ ७-३-११९ ॥ षण्मासादवयसि०॥६-४-१०८॥ संख्योदः पादा० ॥७-२-१५२।। षण्मासाद्य० ॥ ६-४-११५ ॥ संख्यादेगुणात् ॥ ७-२-१३६ ॥ षष्ट्योदर० ।। ७-१-१५८ ॥ संख्यादेर्हाय० ॥२-४-९॥ पष्ठात् ॥ ७-३-२५ ॥ संख्यादेश्वो० ॥ ६-४-८० ॥ षष्ठी वानादरे ॥२-२-१०८॥ संख्याधि-ति ॥ ७-४-१८ ॥ षष्ट्ययत्नाच्छेषे ॥ ३-१-७६ ।। . संख्यानां र्णाम ॥ १-४-३३ ।। षष्ठ्य याः क्षपे ॥ ३-२-३० ।। संख्याने ॥ ३-१-१४६ ॥ षष्ट्याः समूहे ॥ ६-२-९॥ संख्यापाण्डू० ॥ ७-३-७८ ॥ षष्ठ्याः धये ॥ ६-४-५०॥ संख्यापूरणे० ॥ ७-१-१५५ ॥ षष्ठयान्त्यस्य ॥ ७-४-१०६ ॥ संख्यायाः संघ० ॥६४-१७१॥ पष्ठया सूप्य० ॥ ७-२-८०॥ संख्याया-घा ॥ ७-२-१०४ ॥ पात्पदे ॥ २-३-९० ॥
संख्यायानदी० ॥ ७-३-९१ ॥ पादिहंन्-णि ॥ २-१-११०॥ | संख्याऽव्यया० ॥ ७-३-१२४ ॥ पावटाद्रा ॥ २-४-६९ ॥ संख्या समासे ॥ ३-१-१६३ ॥ पि तवर्गस्व ॥ १-३-६४॥ । संज्या समाहारे ॥३-१-२८॥