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શ્રી સિદ્ધહેમચન્દ્રશબ્દાનુશાસનમૂત્રાકારાાનુક્રમણિકા [ ૫૯૫
सूत्राङ्क |
सूत्रम | नवा खित्कुद० ॥ ३-२-११७॥ नवा गुणः - रित् ॥ ७-४-८६॥ नवायः ।। २-४ -१०६ ॥ नवा परोक्षायाम् ॥४-४-५॥ नवा भावारम्भे ॥ ४-४-७२ ॥ नवा रोगात ॥ ६-३-८२ ॥ नवा शोणादेः ॥ २-४-३१ ॥ नवा सुजः काले ॥२-२-९६ ।। नचा स्वरे । २-३-१०२ ॥ विशत्यादि: ॥३-१-६९॥ वृद्धिश्वा-पे ॥ ४-३-११ ॥ न वृद्भ्यः ॥ ४-४-५५ ॥ रवैकस्वराणाम् ॥ ३-२-६६ ।। शः शः ॥ २-३-७८ ॥ सददि-नः ॥ ४-१-३० ॥
शात् ॥ १-३-६२ ॥ शिति ॥ ४-२-२ ॥ शेर्नश्वाऽङि ॥४-३-१०२॥ नो घुटि ॥ ४-४- १०९ ॥ शो वा ॥ २-१-७० ॥ विजागृ० ॥ ४-३-४९ ॥ सन्धिः ॥ १-३-५२ ॥ सन्धिङीय० ॥ ७-४-१११ ॥ सप्तमन्द्रादि० ॥३-१-१५५॥ सर्वादिः ॥ १-४-१२॥
सूत्रम् ।
सूत्राङ्क ।
नसस्य ॥ २-३-६५ ॥ न सामिवचने ॥ ७-३-५७ ॥ न स्तं ॥ १-१-२३ ॥ नस् नासिका० ॥ ३-२-९९ ॥ न स्सः ॥ २-३-५९ ॥ न हाको लुपि ॥ ४-१-४९ ॥ न हाहोर्द्धतौ ॥ २-१-८५ ॥ नाडीघटी खरी० ॥ ५-१-१२० ॥ नाडीतन्त्रीभ्यां० ॥७-३-१८०॥ नाथः ॥ २-२-१० ॥ नानद्यतन - त्योः ॥ ५-४-५ ॥ नानावधारणे ॥ ७-४-७४ ॥ नोऽन्यत् ॥ २-१-२७ ॥ नाप्रियादौ ॥ ३-२-५३ ।। नाभेर्नभ्० ।। ७-१-३१ ॥ नाभेर्नानि ॥ ७-३-१३४ ॥ नामन्ध्ये ॥ २-१-९२ ॥ नाम नाम्नैका० ॥३-१-१८॥ नामरुप - यः ॥ ७२-१५८ ॥ नाम सिह ने ॥ १-१-२१ ॥ नामिनः काशे ॥ ३-२-८७ ॥ नामिनस्तयोः षः ।। २-३-८ ॥ नामिनोऽकलि० ॥ ४-३-५१ ॥ नामिनो गुणो० ॥ ४-३-१ ।। नाभिनो नेट् ॥ ४-३-३३ ॥