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શ્રી સિદ્ધહેમચન્દ્રશબ્દાનુશાસનસૂત્રાકારાધનુક્રમણિકા [ પ૬પ
सूत्रम। सूत्राङ्क। सूत्रम्। सूत्राङ्क। अमाव्ययात् क्यन् च।।३-४-२३॥ | अहंतस्तो न्त् च ॥७-१-६१ ।। अमूधमस्तका-मे ॥३-२-२२ । अहम् ॥ १-१-१ ॥ अमोऽकम्यमिचमः ॥४-२-२६॥ अहं तृच ॥ ५-४-३७ ॥ अमोऽधिकृत्य ग्रन्थे॥६-३-१९८॥ अहोऽच ॥ ५-१-९१ ॥ अमोऽन्तावोधसः ॥६-३-७४॥ अलाब्वाश्व-सि ॥ ७-१-८४ ॥ अमो मः ॥ २-१-१६ ॥ कलुपि वा ॥ २-३-१९ ॥ अयज्ञे स्त्रः ॥ ५-३-६८ ॥ अल्पयूनोः कन् वा ॥७-४-३३॥ अयदि श्रद्धा-नवा ॥५-४-२३॥ | अल्पे ॥ ३-२-१३६ ॥ अयदि स्मृ-न्तो ॥ ५-२-९ ॥ अवः स्वपः ॥ २-३-५७ ॥ अयानय नेयः ॥ ७-१-९७ ॥ अवक्रये ॥ ६-४-५३ ॥ अयमियं पुं-सौ ॥ २-१-३८ ॥ | अवयवात् तयट्र ॥ ७-१-१५१॥ अयि रः ॥४-१-६ ॥ अवर्णमो-धिः ॥ १-३-२२ ॥ अरण्यात् पथि-रे ॥६-३-५१॥ | अवर्णस्या-साम् ॥ १-४-१५ ॥ अरीहणादेरकण् ॥ ६-२-८३ ॥ अवर्णस्ये-रलू ॥ १-२-६ ॥ अर्मनश्च-च्वौ ॥ ७-२-१२७ ॥ अवर्णादश्नो-ड्योः ॥२-१-११५॥ अरोः सुपि रः॥ १-३-५७ ॥ • अवर्णवर्णस्य ॥ ७-४-६८ ॥ अझै च ॥ १-४-३९ ॥ अबहसासंस्रोः ।। ५-१-६३ ॥ अतिरीब्लीह्री-पुः ॥४-२-२१ ।। अवाच्चाश्रयो रे ॥२-३-४२॥ अर्थपदपदोत्तर० ॥ ६-४-३७ ॥ अवात् ॥ ३-३-६७ ॥ अर्थार्थान्ता-त् ॥ ७-२-८ ।। अवात् ॥ ५-३-६२ ॥ अधपूर्वपदः पूरणः॥१-१-४२॥ अवात्कुटा-ते ॥ ७-१-१२६ ॥ अर्धात् परि-देः ॥७-४-२०॥
अवात् तृस्तृभ्याम्॥५-३-१३३॥ अर्धात् पलकं-त् ॥६-४-१३४॥ अविति वा ॥४-१-७५ ॥ अर्धाद् यः ॥ ६-३-६९ ॥ अवित्परोक्षा-रेः ॥४-१-२३ ॥ अर्थक्षत्रियाद्वा ॥ २-४-६६ ॥ । अविदूरेऽभेः ।। ४-४-६४ ॥