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________________ ૩૭૮ આવશ્યકનિયુક્તિ હરિભદ્રીયવૃત્તિ અકારાદિક્રમ परिशिष्ट-३ नियुक्तिभाष्यादिश्लोकानामकारादिक्रमः * संत सूथि ★ भा. = भाष्यथा ध्या. = ध्यानशत (नियुक्ति १२७२ ५छी) प्र. = प्रक्षिHuथ पा. = पारिएपनिनियुजित (ध्यानशत५७1) नियुक्तिमायामोनुंवर्गा३२. ભાગ-૧ १- १८५ ભાગ-૨ १८६ - ६४१ भाग-3 ६४२ - ८७८ ભાગ-૪ ૮૮૦ - ૧૦૫૫ ~ माध्यामोनुंवर्गा३२९॥ ભાગ-૧ १ - उ. ભાગ-૨ ४ - ११८ (भाग-3 . १२०- १५१ (भाग-४ ૧૫૨ - ૧૯૦ - ભવિષ્યમાં થનારા ભાગોનું સંભવિત વર્ગીકગ ભાગ-૫ १०५६-१२७२ (ध्यानशत: साथ) ભાગ-૬ ૧૨૭૩-૧૩૮૩ (भाग-9 ૧૩૮૪-૧૬૨૪ [अ] | अकसिणपवत्तगाणं... भा.१९५॥ | अजिअस्स कुमारत्तं .... ॥२७८॥ अक्खर सण्णी सम्म,.... ॥१९॥ अज्जियलाभे गिद्धा ...... ॥११८३॥ अंगुटुमुट्ठिगंठीघर०....॥१५७९॥ | अक्खर सन्नी संमं..... ॥८६२॥ अज्झयणंपि य..... भा. १५०॥ अंगुलमावलियाणं,.... ॥३२॥ | अक्खलिअसंहिआई..... ॥१०१५॥ | अज्झवसाणनिमित्ते.... ॥७२४॥ अंडगमुज्झियकप्पे..... ॥भा.२२२॥ | अक्खे वराडए वा ..... ॥१४३३॥ | अज्झाविओ मि.... पा. १४॥ अंतरमेगं समय...... भा. १६६॥ | अग आगओ तुरंतो ...... ५०१॥ | अट्ट रुदं च दुवे....... ॥१४९१॥ अंतो बहिं च ....... ॥१३५३॥ | अगणिस्स य उटाणं.... भा.१०॥ | अर्द्व रुदं च दुवे ...... ॥१४९४॥ अंतो बहिच भिन्नं...... ॥१३५५॥| अगणीओ छिदिज्ज ...... ॥१५१८॥ अट्ट रुईच दुवे ..... ॥१४९७॥ अंतोमुहत्तकालं चित्त...... ॥१४६५॥ अग्गियए पव्वयए ..... ॥१२९३॥ | अट्ट रुई धम्म ...... ॥ध्या.५॥ अंतोमहत्तपरओ ....... ॥ध्या. ४॥ | अग्गेणीअंमि य जहा .... ॥१०२२॥ | अटुंतगह ॥४१४॥ अंतोमुहुत्तमेत्तं ....... ॥ध्या. ३॥ | अचिरोववन्नगाणं ..... ॥१४८४॥ | अट्ठण्हं पयडीणं..... ॥१०५॥ अंबरलोहमहीणं ...... ॥ध्या.९७॥ | अच्चाहारो न सहे ...... ॥१२६७॥ | अट्ठमभत्तंतंमी पासोस.... ॥२५५॥ अंबस्स य निंबस्स...... ॥१११७॥ अच्चिय देहावत्था...... ॥ध्या. ३९॥ अविहं कम्मरयं ..... ॥१०६८॥ अउणापण्णं जुअले..... ॥१९७॥ | अजराउ तिन्नि पा०..... भा.२२३॥ | अविहंपि य कम्म..... ॥१४५८॥
SR No.005755
Book TitleAvashyak Niryukti Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAryarakshitvijay
PublisherVijay Premsuri Sanskrit Pathshala
Publication Year2010
Total Pages410
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & agam_aavashyak
File Size9 MB
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