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________________ फोम उपर मोटो उपकार कर्यो छे. जैन धर्म अनादि काळथी चालतो आवेलो छे. तेमां अत्यार सुधीमां ( आ अवसर्पिणी काळमां ) २४ तीर्थकरो थइ गया छे. जैनधर्म स्थापनार प्रथम तीर्थकर श्रीऋषभदेव हता. अने छेल्ला तीर्थंकर श्रीमहावीर स्वामी थइ गया छे, जेने २४३० वर्ष थयां छे. जुना इतिहास उपरथी जणाय छे के, जैन धर्मने मोटा मोटा राजाओ शेठशाहुकारो तथा मंत्रीओए तन मनने धनथी मदद करी हती. तेज प्रमाणे आ शहेरमां आप नामदार महाराजाए कॉन्फरन्समां पधारी जैन कोमना प्रतिनिधियोने तथा तेना समुदायने एशानमंद कर्या छे. भाप नामदार हिंदुस्तानना देशी राजाओमां वीर समान, नररत्न, धर्मज्ञ, अने दरेक धर्म प्रत्ये निष्पक्षपातथी वर्तनार छो. आपने धन्य छे के आप जैनधर्मी नहि छतां ते धर्म प्रत्ये आटली बधी दिलसोजी धरावो छो. ( ताळीओ ) आप साहेबनी पेठे आपना कुंवर साहेब श्रीमंत फत्तेहसिंहराव पण वीर पुरुष छे अने तेमने माटे वर्तमान पत्रोमा में घणीज तारीफ सांभळी छे. जैन लाक्षणिक प्रदर्शन खुल्लू मूकीने तेमणे अमारा उपर मोटो उपकार कर्यो छे. अमारी एवी प्रार्थना छे के, आप महाराजा साहेब जेवी रीते मदद आपता रह्या छो, ते मुजब कुंवर साहेब 'पण करता रहेशे. (ताळीओ) आपना राज्यमां जैन धर्मनां मंदिरो उपाश्रयो विगेरे छे तेनो बचाव अने संरक्षण अच्छी तरेहथी थशे एम आप नामदारना भाषणथी स्पष्ट थयुं छे अने आप नामदार जैन धर्म प्रत्ये जे कृपा बतावो छो ते माटे हुं कुल नैन समुदायना प्रतिनिधि तरफथी उपकार मा छु. ( ताळीओ)" रा. ढदाना वाक्चातुर्यथी प्रसन्न थइ श्रीमंत महाराजा साहेबे तेमना - संबंधमां प्रमुख साहेबने केटलाक प्रश्नो पूछया हता. रा. ढवानो धन्यवाद. " प्रमुख साहेबे तेमने कॉन्फरन्सना उत्पादक विगेरे तरीके ओळखाव्या हता. जेथी श्रीमंते पोतानो संतोष प्रदर्शित करी धन्यवाद आप्यो हतो अने पोताना महेलमां धर्मचर्चा माटे खास आमंत्रण करी बोलाव्या हता. ८ मी० अमरचंद पी० परमारे त्यारवाद नीचे लखेलुं कवित गाइ मी० परमारनुं कवित. सभानु मन रंजन कयु हतुं. धन्य धन्य महाराज, सर सयाजी शोभे. बडोदा नरेशने पधारी. शोभा दीयो हे. घाह आप विद्या शोख, लगनको कानुन कीयो. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005585
Book TitleTriji Jain Shwetambar Conferenceno Report
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMaganlal Chunilal Vaidya
PublisherReception Committee
Publication Year1906
Total Pages266
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size23 MB
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