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________________ OM बोर्ड तरफी पाठशाळाओने आर्थिक मदद आपवामां आवे छ. बोर्डनी परिक्षाओमां केवळ नानी उमरना बाळको ज नहीं पण युवानो अने प्रौढो पण बसे छे. ___ आम एज्युकेशन बोर्ड आपणा समाजनी केवळ ऊछरती पेढीमां ज नहीं पण प्रौढ वर्गमां सुद्धां धार्मिक शिक्षण प्रत्ये सुरुचि उत्पन्न करी धर्म अने संस्कारर्नु सिंचन करी रहेल छे. कॉन्फरन्सना महत्त्वना अंग अने गौरवरुप एज्युकेशन बोर्ड आपणी धार्मिक परीक्षाओ लेती जीवंत विद्यापीठ छे. अत्यारे दर वर्षे रुपिया त्रणथी चार हजार जेटली रकम इनाम, पाठशाळाओने मदद तेम ज केळवणीप्रचारना कार्य माटे खरचाय छे. पाठ्यपुस्तको प्रकट करवानुं कार्य पण बोर्ड द्वारा चाली रहेल छ. एज्युकेशन बोर्डनो धार्मिक परीक्षाओनो विभाग दिवसे दिवसे विकसतो जतो हतो त्यारे तेनो व्यावहारिक केळवणीमां मदद अंगेनो विभाग नाणांना अभावे, खास संगीन मदद करी शके तेवी स्थितिमा रह्यो नहोतो. सने १९३७ना मार्च मासमां समस्त भारतीय स्टेन्डिग समितिनुं अधिवेशन मुंबई शहेरमा मळयुं हतुं. त्यारपछी कार्यवाहक समितिनी स्थानिक मीटिंगो बोलावी कॉन्फरन्सनी विविध प्रवृत्तिओने सजीवन करवा विचारणा चलावबामां आवी हती. दीर्घ विचारणाना परिणामे केळवणी अने बेकारीनिवारणना प्रश्नो हाथ घरवामां आव्या अने केळवणीना प्रश्न बाबत एक व्यापक योजना ता. १६-५-३७ना रोज तैयार करवामां आवी. तेम ज प्राथमिक, मॅट्रिक सुधीनी माध्यमिक तथा Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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