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________________ २० आम वडोदरा अधिवेशन धणुं ज आशावंत, फतेहमंद अने हरेक बाबतमां आगेकूच करनारुं निवडयुं हतुं, श्रीमंत महाराजा सयाजीरावे कॉन्फरन्समां बीजी मदद उपरांत रु. १,०००नी देणगी आपी हंती. सेन्ट्रल कमिटिना सेक्रेटरीओ वैद्य मगनलाल चुनीलाल, शेठ गोकळभाइ चुनीलाल तथा पादराना वकील श्री. मोहनलाल हेमचंद तेम ज वकील श्री. नंदलाल लल्लुभाइए अधिवेशनने सफळ बनावा माटे अथाक महेनत करी हती. राजकीय दबदबा साथे भरायेल आ अधिवेशन, वडोदरा संघनो उत्साह अने अधिवेशनमां थयेली नक्कर कामगीरी जोतां "वटपत्तने वटथी बन्यो छे विजय जैन समाजनो" ए कविवचन तद्दन सार्थक लागे छे. चोथुं अधिवेशन- पाटण कॉन्फरन्सनुं चोथुं अधिवेशन महाराजा कुमारपाळनी राजधानी अने कलिकालसर्वज्ञ श्री हेमचंद्राचार्यनी यशोभूमि गुजरातना प्राचीन पाटनगर पाटण शहरमां मुंबईना सुप्रसिध्ध श्रेष्ट अने समाजसेवा माटे तनमनधनथी सदा तत्पर एवा शेठ वीरचंद दीपचंद सी. आई. ई. ना प्रमुखपदे वि. सं. १९६२ना फागण सुद २- ३-४ना दिवसोमां मळ्युं हतुं आ ऐतिहासिक नगरीमां अधिवेशन भारे उत्साह अने प्रेरणात्मक वातावरणमां मळ्युं हतुं. पट्टणीओए महेमानोनुं भावभर्यु स्वागत कर्यु हतुं. आज पाटणमां एक वखते जैनोनो जाहोजलालीनो सूर्य मध्याह्ने तपतो हतो. जैन चाणक्यो अने शूरवीर मंत्रीश्वरोनी आ कर्मभूमि हती जेने “ कलिकाल सर्वज्ञे ” पोताना अपार पांडित्यथी भारतभरमां विद्वानोनी दुनियामां मशहूर बनावी हती. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005582
Book TitleJain Shwetambar Conferenceno Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNagkumar Makatai
PublisherSohanlal Madansinh Kothari
Publication Year1960
Total Pages216
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size14 MB
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