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MATHUAnimNDE
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श्रीवीतरागाय नमः।
HINDISTRUMIAR :
CLIA
श्री रत्नप्रभसूरीश्वर सद्गुरुभ्यो नमः । श्री सीमंधर परमात्माने वीनती रुपे कागल,
हुंडी, पैठ, परपैठ
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अने
मेझर नामो.
प्रथम कागल
( संक्षेप मुद्दासर वातो)
सुणो चंदाजी, ए देशी। सुणो करुणानिधि, कागळ आ लखी भेजें तेने वांचो; जे प्रेम धरी, भरतक्षेत्रनी वातो, हृदये जाचो-ए देशी..
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