________________
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org
कइ कइ निकायना, कया कया देवानुं अवधिज्ञान क्षेत्र केवा केवा आकार छे
: छे ते
नारकीनुं -
भवनपतिनुं -
व्यन्तरनुं
त्रापाकार
सं.य.वि.
ज्योतिषनुं
पल्याकार
पडहाकार. (बे प्रकार बताव्या छे)
अनुत्तरनु
बार देवलोकनुं- नव ग्रैवेयक
WITCH
पुष्प चंगेरी
झल्लर्याकार (बे प्रकार)
मृदंगाकार
५८. देवोंके अवधिज्ञानके विविध आकार ।
58. Different forms of Gods' Avadhigyan (limited knowledge)
यवाकार