________________ Gooooooo0.0 // पद्यबंध चरित्रो॥ 9AVORD6:08/6ORG 4-0-0 SARODAADO600, श्री समरादित्य केवलीनो रास 5-0-0 श्री श्रीपाल राजानो रास अर्थ चित्रयुक्त सदर गुजराती 3-8-0 श्रीचंद केवलीनो रास (अति रसिक ग्रंथ) 3-0-0 श्री वीशस्थानकनो रास (तप महात्य रूप) धर्म परिक्षानो रास हित शिक्षानो रास महाबल राजा अने मल्या सुदरी राणनिो रास १-८नर्मदा सुंदरीनो रास महा प्रमाविक वीमल मंत्रीनो रास मानतुग राजा अने मानवती राणीनो रास 1-0-0 वस्तुपाल तेजपालनो रास 0-8-0 अभय कुमार 0-8-0 उपर सिव Eथो, नकशाओ वगेरे मले छे. विगत 098193 सह नाणेक. जैन पुस्तक चेचनार तथा प्रसिद्ध करनार शाकगली मांडवी मुंबई. | 00000 0000000000000 | | Serving JinShasan OPE gyanmandir@kobatirth.org Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary