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(१७) नी ज्ञाती, उग्रवाल (एए) बाबर (६०) नी जाति, धणुरा (६१) वैसुर अस्विकी (६२), श्रष्टवगी (६३) के पद्मारकी (६४)॥७॥ गोलवाल (६५) नागुरा (६६) नरा, तेरोटा (६७) साचोरा (६७) खरा; जोडेडा (६ए) जेराणा (७०) पाहि, नीमा (७१) ज्ञाति वडी जगमांहिं ॥ ॥ कथ्रोटीया (७२) कोरंटाल (७३), दाहिल (७४) सोनी (७५) सोध मयाल; राजसखा (७६) ने बुहमीसखा (७७), वडीसखा ( 30 ) ने वलीदोसखा (उए)॥ए॥ सूराणा (ज) राजुरा (७१) जोई, मेलीतवाल (२) मंडोरा (३) सोई, थाणपुरा (४) न गणे रेख, वली शाति वागमुआ देख ॥ १० ॥
वस्तु बंद ॥ झाति निर्मल झाति निर्मल, झाति निःकलंक ज्ञाति वडी सहूको तणी, झाति कोई न्हानी म जाणो; जे अवसरे वित वावरे, वसुह मध्ये तसु वडो वानो; शातिमांहिं नर केटला, सकले
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