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अग्यारमे रयणायर, देखे माता गुण सायर ॥ बारमे नुवन विमान, तेरमे अनुपम रत्न निधान ॥४॥ थग्निशिखा निरधूम, देखे माताजी अनुपम ॥ हर्षी रायने जाणे, राजा अरथ प्रकाशे ॥५॥ जगपति जिनवर सुखकर, होशे पुत्र म. नोहर ॥ इंसादिक जसु नमशे, मकल मनोरथ फलशे ॥६॥
॥ वस्तु बंद ॥ ॥ पुण्य उदय पुण्य उदय, उपना जिननाह, माता तव रयणी
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