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महामुनि श्रीमानंदघनजी
तथा
श्रीचिदानंदनी विरचित
बहोतेरी तेमनी साथै केटलाएक बीजा प्राध्या त्मिक पदो मेलवी प्रथमावृत्तिथी क्वचित् वधारो करीने
श्री मोहमयीमध्ये श्रावक नीमसिंह माणकें
निर्णयसागर प्रेसमां छपावी प्रसिद्ध करी. संवत् १ ए४४ वैशाख वदि त्रयोदर्श
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