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________________ २३७ शत्रुजय मादात्म्य. चलाचल मोजांवाला था संसाररूपी समुद्रमां, विषयरूपी घुमरीमां लीन थएला माणसो डुब्या करे . शुज मार्गप्रते चालता प्राणीने उःखदायक विषयो पिशाचोनी पेठे बले . वली श्रा संसारमां विषयोथी जीताएलो प्राणी खछंद रीते संचरतो थको था लोक अने परलोकमां पण तीन मुखो सहन करे . माटे ते पांचे इंजिना विष सरखा विषयोने तजवाथी प्राणी कल्याणने प्राप्त थाय . वली उष्ट राक्षसो सरखा वि. षयो थोडा थोडा सुखमां प्राणीने ललचावीने वारंवार बले बे. कषायरूपी वैरी बलकपटमां हुशीयार थया थका प्राणीनां पूर्व संचित पुण्यने वेगथी जोतजोतामां हरी लीए बे. श्रात्मनावमा रहेला जीवने दूतावनारोको. धरूपी महायोको प्रकृतिमा संचरतो थको कोश्थी पण अटकावी शकातो नथी. शरीररूप घरमा लागेलो क्रोधरूपी अग्नि पुण्यरूपी सर्व धननो नाश करे . माटे ते सर्व कषायोमा मुख्य . दया, धर्मरूपी वृदनां बीज रूप बे, अने क्रोधथी तो पापबंधन थाय , माटे कोधातुरने दया, धर्म, ने शुज गति थतां नथी. प्रमादथी पण जीव हिंसा करवाथी नीच गति मले बे, अने क्रोधथी करेली जीव हिंसा तो नरकना कारणरूप ; माटे एकेजियनी पण हिंसा पंडितोए तजवी, श्रने क्रोधथी हींजियादिकनी हिंसा. तो नरकने देनारी . परनो जोह, धर्मरूपी वृदने बेदवामां कुहाडा सरखो, बोधिबीजने बालवामां दावानल सरखो, तथा नरकरूपी छारने उघाडवानी कुंची सरखो.मनथी स्मरण करेली हिंसा पण फुःखसमूहने देनारी , माटे ते कायादिकथी जो करवामां आवे, तो तो क्षणवारमांज नरकमां ले जाय . राज्यादिक सुखोमां लीन थश्ने जे मनुष्यादिकनी हिंसा करे , ते पोतानुंज (यात्मारूपी) घर बाले बे. माटे हे राजन! श्रा नरक आपनारा राज्यमाटे, तुं बंधु साथे वैर करीने, शामाटे कोडो माणसोनो नाश करावे ? वली था शरीर थनित्य , लक्ष्मी पाणीना परपोटा सरखी , तथा प्राणो तृणाग्नि सरखा डे, तो तेने माटे तुं पापाचरण कर नहीं ? वली को कार्य प्रसंगे अन्य वैरीसाथे तो वैर थर जाय, पण जाइ साथे जे वैर करवू , ते तो (पोतानी) एक आंखनो नाश करवा तुल्य . निर्गुणी, दरिजी, लोनी, तथा पुःखदेनारो, एवो पण सहोदर ना तो पीतानां जीव सरखोज . आकरा तथा क्रोधी, एवा पण Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005362
Book TitleShatrunjaya Mahatmya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShravak Bhimsinh Manek
PublisherShravak Bhimsinh Manek
Publication Year1899
Total Pages340
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati
File Size20 MB
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