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ચૈત્યવંદન કિયા અંગેની મુદ્રાઓ
योगमुद्रा
| समासमा केम देवं ते
पंचागप्रणिपातरूप 'खमासमण'मुद्रा.
प्रथम स्थिति प्रारंभ] ५
द्वितीय स्थिति (मन्त]
चैत्यवंदनना प्रारंभी
चांगले
पग अने मसक देवई प्रणिपात- नमस्कार ..
वारिन्जह थी मैन जयति शासनमा सुधी
जयचीयराय! थी मामयम. सुधी
मुक्ताशुक्ति मुद्रा (जयपीयराय मत्र भी
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