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________________ वसुदेव-हिंडी : प्रथम खंड (संघदासगणि वाचककृत ) : भाषान्तर : भोगीलाल ज. सांडेसरा, भावनगर, ई. स. १९४६ वसुदेव-हिंडी : प्रथम खंड (संघदासगणि वाचककृत) : मूल : संपादक मुनि चतुरविजयजी अने मुनि पुण्यविजयजी, भावनगर. ई. स. १९३०-३१ वसंत रजतमहोत्सव स्मारक ग्रन्थ, अमदावाद, ई. स. १९२७ विविध तीर्थकल्प (जिनप्रभसूरिकृत ) : संपादक जिनविजय मुनि, शान्तिनिकेतन, ई. स. १९३४ । वीरनिर्वाण संवत् और जैन कालगणना : मुनि कल्याणविजय, जालोर, सं. १९८७ शंखेश्वर महातीर्थ : मुनि जयंतविजयजी, उज्जैन, स. १९९८ श्रमण भगवान महावीर : मुनि कल्याणविजयजी, जालोर, सं. १९९८ श्रीकालककथासंग्रह : संपादक पं. अंबालाल प्रेमचंद शाह, अमदावाद, ई. स. १९४९ सन्मतिप्रकरण (अनुवाद अने प्रस्तावना) : पं. सुखलालजी संघवी अने पं. बेचरदास दोशी, अमदावाद, ई. स. १९३२ सरस्वतीपुराण : संपादक कनयालाल भाईशंकर दवे, मुंबई, ई. स. १९४० सिलेक्ट इन्स्क्रिप्शन्स बेरिंग आन इन्डियन हिस्टरी अॅन्ड सिविलाइझेशन, वो. १ : संपादक दिनेशचन्द्र सरकार, कलकत्ता, ई. स. १९४२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.005124
Book TitleJain Sahitya ma Gujarat
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhogilal J Sandesara
PublisherGujarat Vidyasabha
Publication Year1952
Total Pages316
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size11 MB
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