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9 माला गिनने
की मुद्रा
५ स्थापना- मुद्रा
6
सुत्रोच्चारण/ योगमुद्रा से
चैत्यवन्दना में दो गोडे भूमि पर या बाया गोडा खडा रख पेट पर दो कोणी व अञ्जलि
योगमुद्रा से
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६
पंचाङ्ग प्रणिपात (खमासमणुं )
उत्थापन
(स्थापना
ऊठाने की)
मुद्रा
८ मुक्ताशुक्ति मुद्रा
से जावंति
जावंत० जय-वीयराय.
४
अबमुट्ठिओ खामणेखामेमि राइयं...
९
जिन-मुद्रा से कायोत्सर्ग
ध्यान