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सूत्र
• त्रिशि.51५४२९तथा 'नयसतो' व्यायाम विदा पार्थोनी याही . साक्ष्यधर्म ७३०
सुव्रतित्व
१४२६ सात्त्विक तप जुओ तप (शारीरादि) सुवर्णगुण
१८८९ सात्त्विक दान जुओ दान (विद्यादि) सुषुप्त (पञ्चमी भूमिका) १६६० साधनवैकल्य २२२, २२४-२२५, २३६, ४४८, २१५७| सुषुम्ना
१७९७, १८०८ साधारणधर्मवृत्ति ८६०
सूक्ष्मबोध १७७, ९३६, ११२८, १३८७, सामान्य
१५०५, १५२३-१५२४, १५३३-१५३५, (१) तिर्यक् सामान्य १३६२
१५८०, १६१७, १६१९, १९०३ (२) ऊर्ध्वता सामान्य १३६२
| सूक्ष्मसंपरायगुणस्थान जुओ गुणस्थानक सामायिक २८६, २८९, १९४१, २०३७ | सूतक
४१५, ४१८, ४२०, ४८७, ४९७, (१) व्यक्तसामायिक २०४
९६१, १८३८ (२) अव्यक्तसामायिक २०४
६७३ (३) श्रुतसामायिक ८९२
(१) विधिसूत्र ६७२-६७५ सामायिकलब्धि १२०८
(२) उद्यमसूत्र ६७२-६७५ सार्वज्ञ्यसिद्धि १०९८
(३) भयसूत्र
६७५ साध्यताशुद्धि जुओ शुद्धि
(४) उत्सर्गसूत्र ६७२-६७५ सानुबन्धनिर्जरा जुओ कर्मनिर्जरा
(५) अपवादसूत्र ६७२-६७६ सापाययोग जुओ योग (इच्छादि) (६) वर्णकसूत्र ६७४-६७५ सालम्बनयोग जुओ योग (इच्छादि) (७) नयसूत्र
६७४ सालोक्य मुक्ति जुओ मुक्ति
(८) प्रमाणसूत्र सिद्धि
(९) उत्सर्गापवादसूत्र ६७५ (१) तात्त्विकसिद्धि ९९१
सोपक्रम कर्म जुओ कर्म (२) अतात्त्विकसिद्धि ९९०-९९२
सोपक्रम योग जुओ योग (इच्छादि) सिद्धि (पातञ्जलमान्य)
स्तव (१) सांसिद्धिकसिद्धि १०८९
(१) द्रव्यस्तव ४६, १५५, ३०३-३०४, ३१२(२) औषधिसिद्धि १०८९
३१३, ३६०, ३६२, ३६९-३७१, ३७५, (३) मन्त्रसिद्धि १०८९
११४५, १९७० (४) तपासिद्धि १०८६
(i) प्रधानद्रव्यस्तव ३२१ (५) समाधिसिद्धि १०८६
(२) भावस्तव ३०३, ३५९-३६०, ३६२-३६३, (६) मधुप्रतीका सिद्धि १८२०
३७५ सिंहनिष्कीडितादितप जुओ पूर्वसेवा तप (पूर्वसेवा) स्तुति
१८६३ सुख
स्तोत्र
२०७, २१५-२१६, २६२, २६४, (१) राजस सुख ८९३
२९५, २९७, ३५३-३५५, ३७२, ५९०, (२) सुखलक्षण १६६५-६७
६१५, ६९५, १११९-११२१, ११२४, सुप्रत्याख्यान १४२६-२७
१५७४, १५७६
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