________________
वचनक्षमा
वचनक्षान्ति
वचनगुप्त
वचनानुष्ठान
वणिक्कला
वयोवृद्ध
वरकथा वरद समाधि
वरप्रद साध
वरबोधि
वल्ली
वशित्व लब्धि
वशीकारसंज्ञा वैराग्य
१०२९, १५२१
वराहोपनिषदुक्त तत्त्व जुओ तत्त्व
वर्णकसूत्र
जूओ सूत्र
वर्धमानव्युत्पत्ति
जुओ व्युत्पत्ति
वाक्छल
वाक्यार्थ
वाग्देवताप्रसाद
वाङ्मय तप
वाचनानर्ह
वाचिक पूजा वाचिक विनय
वाजपेय यज्ञ
वाद
(१) शुष्कवाद
·
जुओ छल जुओ अर्थ
४
जुओ तप ( शारीरादि)
१९९२
जुओ पूजा
जुओ विनय
जुओ यज्ञ
५४१-६३०, १५५९
५४१, ५४२-५४३, ५४५, ५५०, ५५२, ५५४, ५६०
५४१, ५४३-५४६, ५४९-५५२, ५५४, ५७०, ६०३, ६६४, ९९८, (३) धर्मवाद
५४१, ५४६-५५२, ५५४-५५५, ५६०-५६१, ५७१-५७२, ६२९, ६३३ ५४५, ५५०-५५२, ७९२
१५६९
(२) विवाद
દ્વાત્રિંશિકાપ્રકરણ તથા ‘નયલતા’ વ્યાખ્યામાં વર્ણવેલા પદાર્થોની યાદી -
•
(४) जल्प (५) ज्ञानाद्वैतवाद
Jain Education International
जुओ क्षमा
जुओ क्षमा
जुओ गुप्ति
जुओ अनुष्ठान (प्रीत्यादि)
३६७
जुओ वृद्ध
जुओ कथा ( ग्रन्थान्तरगत ) -संकीर्णकथा
जुओ समाधि ( हारिभद्रीय)
जुओ समाधि ( हारिभद्रीय)
वादसभा
२२०, २९४, १०२५, १०२८- वादानर्ह
१२२३
जुओ लब्धि
जुओ वैराग्य
(६) स्वभाववाद
(७) शून्यवाद
(८) विज्ञानवाद
(९) मायावाद
(१०) अनेकान्तवाद
१७०९-१०, १७२१-२५
वायु
२११३, २१२१
वादलक्षण ( सप्तविध) ५४१
५४८
५४३
१५६२-६८
७३४, ८११, १०६२, १५९९,
(१) प्राण वायु
१५९९
२१२८
वादि
(१) केवलाद्वैतवादी १५८८
(२) शुद्धाद्वैतवादी १५८८
(३) अद्वैतवादी (ब्रह्माद्वैतवादी)
१५८८, १७४८
(४) ज्ञानाद्वैतवादी १५६९, १५९९, १७४८
(५) निरालम्बनवादी १५६९
(६) शून्यवादी
(७) नैरात्म्यवादी
६१०-६२७, ८०६-८१५,
(८) क्षणिकवादी १५९९
(९) अनेकान्तवादी २११, ८१५, २११३, २१२१
(१०) अविद्यावादी २१२८
वादिलक्षण
वायु (दशविध )
वासना
(१) देहवासना
For Private & Personal Use Only
१५९९, २११७
१७०२-१७०६
133
५४६-५४७, ५५०
८०७, १५०४-१५१९, १७८५
१७८६, १७९७-१७९८, १८०६, १८०८१८०९, १८१२
८०७, १५१४
८०७, १८०८-१८०९
(२) अपान वायु
(३) उदान वायु
(४) व्यान वायु (५) समान वायु १८०७-१८०९, १८४५
८०७, १२५८, १५१२, १८०९ ८०७, १२५८, १५१७, १७९५,
८०७
१०९४
५३७, १२८९, १८८८
www.jainelibrary.org