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• त्रिशि५४२९ तथा 'नयत' व्यायाम विदा पहार्थोनी याही . भूमिपरीक्षा जुओ परीक्षा
| भ्रान्ति
जुओ चित्तदोष भूमिशुद्धि जुओ शुद्धि
+ जुओ योगान्तराय भृतक
३०७, ३०८-३०९, ८९४, १५८९ मन्त्रयोग जुओ योग (अवशिष्ट) भेत्ता १८७०-७१
मणिकुल्या कथा जुओ कथा (ग्रन्थान्तरगत) -संकीर्णकथा भेदक १८७०-७१, १८९६
मण्डलतन्त्रवादिमत ४५३ भेदनय
जुओ नय (ज्ञाननयादि) मण्डूकचूर्ण ७२१, ७२२, ९८६ भेदनयार्पणा जुओ अर्पणा
मण्डूकभस्म ७२२, १३७६ भेद्य
१८७०-७१, १८९६ मतिज्ञान जुओ ज्ञान (मत्यादि) भेषज ७९, ८०
मत्सर
जुओ भवाभिनन्दिलक्षण भोक्तृत्व ७३५
मत्स्यण्डी
४६५ भोक्तृत्वशक्ति जुओ शक्ति
मद्यपान (मधुपान) ४५५-४५६, ४६१-४६२, ४६७भोग
५८९,७८०,१०९१,१७३७, १८०१ ४६९, ४८०, ४८४, ४८६, ४८८-४९४, (१) भोग (पातञ्जलसम्मत) ५८६,७५७, ७६२, ७६५, ५०३, ५०६, ५१३, ५२१, ९९८-९९९
७६९, ७७५, ७७७, ७७९-७८१, ७८४-७८६, मद्यपानदोष (१६) ४९२ ७८८, ७९२-७९३, ७९६, ८०२-८०३, ८०५, मधुपान जुओ मद्यपान ८१०, ८१३-८१५, ८१७-८१८, ८२०, ८३९- मधुप्रतीका सिद्धि जुओ सिद्धि (पातञ्जल)
८४०, १०९१, १७३७, १८०१ | मधुमती भूमिका १११६, १७९५, १८२३-२४, (i) चिदवसान भोग ७८०
१८२८ (ii) परिणामलक्षण भोग
७८०
मध्यम श्रोता जुओ श्रोता (iii) भोगत्रैविध्य
१०९१ मध्यस्थ
जुओ माध्यस्थ्य (२) भोग (भवाभिनन्दिकृत) १५४२-१५४६, मनःशुद्धि जुओ शुद्धि (३) भोग (सम्यग्दृष्टिकृत) १६२२, १६२४, १६२६, मनास्थैर्य १२३७, १४९८, १५०९, १७९७
१६२९-१६३०, १६३२-१६४१, १६४४- | मनोगुप्ति जुओ गुप्ति
१६६०, १६६२, १६६४, १६६७ मन्त्रसिद्धि १०८९ भोग (भवाभिनन्दिकृत) जुओ भोग
+ जुओ सिद्धि (पातञ्जलमान्य) भोग (सम्यग्दृष्टिकृत) जुओ भोग
मन्थल्लिका जुओ कथा (ग्रन्थान्तरगत) -संकीर्णकथा भौतघातकोदाहरण १६६, ९००
मन्दकषायलिङ्ग जुओ कषायलिङ्ग भोगशक्ति जुओ शक्ति
मयूरोदाहरण जुओ शिखिदृष्टान्त भोगसंस्कार जुओ संस्कार
मरण
५८०-५८३, ६२२-६२३, ६५३भोगायतन जुओ आयतन
६५४, ९५७, १६५४-१६५५, १७१८-१७१९, भोग्यशक्ति जुओ शक्ति
१७९१-१७९२,१८२९-१८३०,१८६७-१८६९, भोक्तृशक्ति जुओ शक्ति
१८८४-१८८५, १९३२-१९३४, १९४९ ७४५-७४९, ७५३, १२४२ मरणज्ञान
१७९२ भ्रमपञ्चक ७४७-७४८
| मरुमरीचिका १६७, १६२७, १६४७, १६५२
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