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पदार्थ
.त्रिशि४२ तथा 'नयरत व्यायामां विदा पार्थोनी याही .
115 पण्डितश्रोता जुओ श्रोता
| परलोकसंवेजनी कथा जुओ कथा-धर्मकथा-संवेजनी कथा
परवैराग्य (पातञ्जल) जुओ वैराग्य (१) वेद्यसंवेद्यपद २०, १००१, १०३३, १३८२, | परशरीरसंवेजनी कथा जुओ कथा-धर्मकथा-संवेजनी कथा
१४०५, १५०५, १५२३-१५४२, १५४६- परसंग्रह जुओ नय (नैगमादि) सङ्ग्रहनय १५५०, १५५५, १६१०, १६१७, १६१९, परसमयकथा जुओ कथा-धर्मकथा-विक्षेपणी कथा १६२२, २१०१
परस्थानदेशना जुओ देशना (२) अवेद्यसंवेद्यपद १००१, १०३३, १३८२, १५२४- | परा दृष्टि जुओ योगदृष्टि
१५२५, १५२७-१५३२, १५३६-१५४२, | | परात्पराभूमिका जुओ ज्ञानभूमिका
१५४७-१५४८,१५५५,१६१७,१६१९,१६२२ परिग्रह . १८८६ पदप्रवृत्तिनिमित्त जुओ निमित्त
परिज्ञा जुओ अर्थ
(१) ज्ञपरिज्ञा १२३५ पदार्थाभावना जुओ कर्मयोग (वैदिक) (२) प्रत्याख्यानपरिज्ञा १२३५ परं ब्रह्म (परब्रह्म) २९५, २९८, ३५४, ४८७, ६७३, परिचारयज्ञ जुओ यज्ञ
६९४, ७२८, ८२३, ९४९, १११२-१११३, परिणाम ३६४, ४२२-४२३, ९६९-९७०, ११२३, ११२५-११२६, १२८४, १४७९, १०२६-१०२८, ११९८-१२०१, १६७८, १५९४-१५९७, १६२५, १६२७-१६२८, १७४०-१७४६ १७७५, १८६६-१८६७, १९१८, २१०५, परिणाम (अवस्थादि) ३२०, ४२३, ५३३, ७२५, ९७०, २१५९
१६०० परंज्योति (ज्योति) ७३५, १११२-१११३, १५९६, (१) लक्षणपरिणाम ६१४,७८६,८०१, १६७८१६२५-१६२९, १६३९, १७९३-१७९८,
१६७९, २०४० १८१४,१८१८,१८२९,१८६१,१९१८,२१५९ / (२) अवस्थापरिणाम १६७८, १६७९, १७८४ परकायप्रवेशसिद्धि १८०७
(३) धर्मपरिणाम १६७७, १६७८-१६७९, परब्रह्म जुओ परं ब्रह्म
१७८४ परमशुश्रूषा जुओ शुश्रूषा (परमादि) (४) निरोधपरिणाम ८२९,१६७५-१६७७,१६८० परमसमभाव १५९८
(i) निर्बीजनिरोधपरिणाम १६७५ परमसमाधियोग जुओ समाधि (निरालम्बनादि)। (५) अनुलोमपरिणाम ७८५ परमहंस जुओ परिव्राजक
(६) प्रतिलोमपरिणाम ७८५, ७८६, ७८९, ८२६, परमात्मलय १९५०, २१०५
१२४३, १३३३ परमात्मपर्यायशब्द जुओ पर्याय-पर्यायशब्द
(७) एकाग्रतापरिणाम ८२९,१६७५-१६७७ परमात्मसमापत्ति जुओ समापत्ति
(८) अभिभवपरिणाम ७०९-७१२, १६७४ परमात्मा जुओ आत्मा
(९) एकत्वपरिणाम १३६०, १३६४ परमौदारिकशरीर २०१३, २०४५-२०५० (१०) व्युत्थानपरिणाम ८२९,१८०३,१९४८-१९५० परलोक-इहलोकनिर्वेदनी जुओ कथा-धर्मकथा-निवेदनी कथा | (११) प्रादुर्भावपरिणाम १६७४
परलोक-परलोकनिर्वेदनी जुओ कथा-धर्मकथा-निवेदनी कथा | (१२) समाधिपरिणाम १६७५-१६७७,१६८० Jain Education Interational For Private & Personal Use Only
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