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• शि14.४२९ तथा 'नयतता' व्यायामा विदा पर्थोनी याही . १०६२, १३४८-१३५०, १६०२, १६२१- | देशग्राही जुओ नय (नैगमादि) -सङ्ग्रहनय १६२२, १८७५-१८७६, २०३३-२०३४, | देशना (धर्मदेशना) ७९, ८०, ८३-८५, १०२, ११५२०९४-२०९६, २१२६-२१२८
११८, १२२, १२४, १२७, १३२-१३३, दिव्यदर्शन १७९८
२६७-२६८, ५५३-५५४, ६४२, ६७७-६७८, दीक्षाधिकारी जुओ प्रव्रज्याह
८४६-८४७, १११०, १६०४-१६०६, १६०८दीक्षा (प्रकार)
१६०९, २०१८, २०२९-२०३८ (१) द्रव्यदीक्षा १९०४, १९२०
(१) स्वस्थानदेशना ८०-८१ (२) भावदीक्षा १९०४,१९२१-२५, १९३०-३५ | (२) परस्थानदेशना ८१, ८२, १२६ (३) समयदीक्षा १४२६, १४९१-१४९२ (३) पापदेशना ८२ दीक्षा १९०१-१९६०
(४) शुद्धदेशना १७३, १७४, १८०, १२१४ दीक्षानिरुक्ति १९०१
(५) देशना (७ प्रकार) १८६६, १८६७ दीक्षार्थिपृच्छा (४८) १९०५
(६) नयदेशना १२३,१२४-१२६, ७३६, १५७३, दीन ६८९
१६०२, १६०७, २१११-२११२, २११६ दीनता जुओ भवाभिनन्दिलक्षण
(i) शुद्धनयदेशना ७३४ दीपा दृष्टि जुओ योगदृष्टि
(७) प्रमाणदेशना १२४-१२६ दीर्घसूक्ष्मसंज्ञ प्राणायाम जुओ प्राणायाम
(८) द्रव्यदेशना १५९८-२११६ दुःखगर्भवैराग्य जुओ वैराग्य
(९) पर्यायदेशना १५९९-१६००, १६०२, २१११ दुःखलक्षण १६६४-६७
(१०) ज्ञानाद्वैतदेशना १५९९ दुःप्रतिकार २७२
(११) शून्यवाददेशना १५९९, १७२४-२५ दुःसंज्ञाप्य ५४२
(१२) नैरात्म्यदेशना १७२४-१७२५ दुर्जन
२९३, ५४६, १३९०, १४६७, (१३) ब्रह्माद्वैतदेशना १५९८-१६०२ १८६३, २१६८-२१७४, २१७६-२१७७ (१४) सर्वज्ञदेशना १५९८-१६०० + जुओ खल
(१५) तीर्थकृद्देशना २०३९-२०३५ दुर्जेयश्रुति १०६४
(१६) पार्श्वस्थदेशना १२९ दुर्नय जुओ नय (ज्ञाननयादि)
(१७) गम्भीरदेशना १२७ दुर्लभबोधित्वकारण १९८०
देशना (७ प्रकार) जुओ देशना दृक्शक्ति जुओ शक्ति
| देशपरीक्षा जुओ परीक्षा दृश्यमार्जन १६०१
देशविरतिगुणस्थान जुओ गुणस्थानक दृश्यानुपिद्धसमाधि जुओ समाधि (दृश्यानुविद्धादि) देशविरतकर्तव्य ९६२ दृष्टान्त ४४८, ९९३
देशविरतिपरिणाम . ३६४ दृष्टिवादआक्षेपणी कथाजुओ कथा-धर्मकथा-आक्षेपणी कथा | देशशुद्धि जुओ शुद्धि दृष्टिसम्पन्नत्व ९४५-९४६
देहवासना
जुओ वासना देवतासन्निधान (देवतासन्निधि) ३३२, ३३३, ३३५
७६७-७६९, ८२६-८२७, ११५१-११५२, देवांशी नर ८३५
११५४-११७४, ११७६-११७७, ११७९
दैव
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