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अष्टप्रकारी पूजा के श्लोक (अष्टप्रहारी पूजना श्लोड )
ॐ ह्रीं शीतोदक प्रदानेन, शीतलो भगवान् प्रसीदतु वः ।
शीता आपः पान्तु शिव माङ्गल्यन्तु श्रीमदस्तु वः ।। १ ।। (यहाँ शुद्ध जल चढाना)
गन्धोदक प्रदानेन, अभिनन्दनो भगवान् प्रसीदतु ।
गन्धाः पान्तु, शिव माङ्गल्यन्तु श्रीमदस्तु वः ।।२।। (यहाँ चंदन पूजा करना)
पुष्पाणि प्रदानेन, पुष्पदन्तो भगवान् प्रसीदतु ।
पुष्पाणि पान्तु, शिव माङ्गल्यन्तु श्रीमदस्तु वः ।। ३ ।। (यहाँ सुगंधी पुष्प चढाना)
धूप प्रदानेन धर्मनाथ भगवान् प्रसीदतु ।
गुग्गुलादि दशाङ्ग धूपाः पान्तु शिव माङ्गल्यन्तु श्रीमदस्तु वः ||४|| (यहाँ धूप करना)
दीप प्रदानेन, चन्द्रप्रभो भगवान् प्रसीदतु ।
* कर्पूर माणिक्य दीपाः पान्तु शिव माङ्गल्यन्तु श्रीमदस्तु वः ।।५।। (यहाँ दीपक जलाना)
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