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कंडिका विषय पृष्ठ कंडिका विषय
पृष्ठ 'मापि' 'वोसिरावउ' ४२९ / १६८ कुलमंडनना विशिष्ट 'ऊखल' 'वेचवू' नी
प्रयोगो व्युत्पत्ति
कुलमंडने आपेला केटलाक १४७-१४८-१४९ चौदमाशतकना
प्रयोग अने विभक्तिओ संग्रामसिंहनी बालशिक्षाना
वापरवाना नियमो ४६८ केटलाक प्रयोगो ४३०-३७ १६९ पंदरमा सैकानी भाषा१५० संदेशकरासना शब्दो ४३८ मीमांसा १५१ संदेशकरासनी भाषा ४४० १७० पांचमीना प्रत्ययोनी चर्चा ४७३ १५२.१५३ संदेशकरासना कानो | १७१ 'छे' नो उपयोग परिचय
| १७२ पारसी लेखक अने जैन पंदरमा सैकानी कृतिओ. ४५० लेखक ए बन्नेनी समान १५४ कुलमंडननी कृति ४५१ गुजराती
कुलमंडननो परिचय , १७३-१७४ वैदिक लेखक अने जैन १५५ कुलमंडनना नामविभ
लेखकनी समान गुजराती ४७८ क्तिना प्रयोगो ४५२ श्रीदलालनो अभिप्राय ४७९ १५६ तरुणप्रभना प्रयोगो ४५४ १७५ व्यवहितविभक्तिवाळा १५७ सोमसुंदरना प्रयोगो ४५५ । प्रयोगो
४८१ १५८ पारसी लेखक लक्ष्मी
१७६ गुणरत्नना प्रयोगो ४८२ धरना प्रयोगो ४५५ गुणरत्नना प्रयोगोनी मीमांसा ४८७ १५९ हेमहंसना प्रयोगो ४५६ वर्तमान कृदंत १६० असाइतना प्रयोगो
अने भूतकृदंतनो विवेक ४८८ १६१ भीमना प्रयोगो
१७७ 'लेबुं'नी चर्चा १६२ तरुणप्रभना बीजा शब्दो ४५८ । १७८ ‘रखे'नी चर्चा १६३ सोमसुंदरना बीजा शब्दो ४६० १७९-१८० गुणरत्न अने कुल१६४ लक्ष्मीधरना बीजा शब्दो ४६१ मंडननी गुजरातीनां विशिष्ट १६५ हेमहंसना बीजा शब्दो ४६२ लक्षण , ४९० १६६ असाइतना बीजा शब्दो ४६३ चौदमा अने पंदरमा १६७ भीमना बीजा शब्दो ४६४ । सैकानुं पद्य तथा गद्य ४९३
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