________________ 10 . इस समय आपको अचानक ही दमा के रोग ने घेर लिया / जिसके कारण बहुत / दूर तक विहार करने में बाधा उत्पन्न होने लगी / अतः आपने 1661 का चातुर्मास फरीदकोट शहर में किया / वहां से विहार कर आपने 1662 का चातुर्मास पटियाला और 1663 का अम्बाला शहर में किया / 1664 का चातुर्मास आपने रोपड़ शहर में किया / इस चातुर्मास में जैनेतर लोगों को बहुत सा धार्मिक लाभ हुआ / नगर की जनता उनकी सेवा में दत्त-चित्त होकर धर्मोपार्जन करने लगी / दुर्भाग्य से श्वास रोग का कई प्रकार से प्रतीकार किये जाने पर भी वह शान्त न हो सका / यह देखकर लोगों ने उनसे स्थिरवास की प्रार्थना की / किन्तु उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया और आत्मबल से विचरते रहे / कई बार जब आपको मार्ग में श्वास का प्रबल दौरा हो गया तब आपकी शिष्य-मण्डली ने वस्त्र की डोली बनाकर नगर में प्रवेश किया / बहुत समय तक आप ऐसी ही अवस्था में रहे / 1665 का चातुर्मास आपने खरड शहर में किया / इस चातुर्मास में भी जैनेतर लोगों को अत्यधिक धर्म-लाभ हुआ / इसके अनन्तर 1666 का फरीदकोट और 1667 का कसूर में लाला परमानन्द बी.ए., एल्.एल्.बी. के स्थान पर किया / संवत् 1668 के चार्तुमास के लिए जब आप अम्बाला की ओर पधार रहे थे उस समय आपके साथ एक दैवी घटना हुई, जो सर्वथा विस्मयं से भरी हुई है / जब आपने राजपुरा से अम्बाला के लिए विहार किया तो आपका विचार था कि मुगल की सराय में ठहरेंगे / किन्तु वहां जाने पर पता लगा कि साधु-वृत्ति के अनुसार वहां तक पानी नहीं पहुंचता है / अतः राजकीय सड़क पर एक पुल के पास एक अत्यन्त विशाल वृक्ष के नीचे जहां पानी पहुंच सकता था अपने सह-चारी मुनियों के साथ विराजमान हो गये / वहां अपने पानी के पात्र तथा अन्य उपकरण खोलकर रख दिये / वस्त्र आदि अन्य उपकरण जो पसीने से गीले हो गये थे उनको भी सुखाने के लिए फैला दिया / आपका विचार था कि थोड़ा सा दिन रहते ही सराय में पहुंच जाएंगे / इसी समय अम्बाला की श्रावक-मण्डली आपकी सेवा में उपस्थित हुई / आपने उनको अपना सराय में पहुंचने का विचार सुना दिया और वे लोग मांगलिक पाठ सुनकर वहां से चल पड़े / ___ उसी समय अकस्मात् एक पुरुष श्री महाराज के पास आकर खड़ा हो गया और साधुओं के उपकरण की ओर टक-टकी बांध कर देखने लगा | जब श्री महाराज ने पूछा कि आप यह क्या देख रहे हैं ? ये सब साधुओं के उपकरण हैं, जो सदैव उनको साथ रखने पड़ते हैं / तब उस पुरुष का और श्री जी का निम्नलिखित वार्तालाप हुआः