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________________ दशाश्रुतस्कन्धसूत्रम् * विषय-सूची * 42 प्रथम दशा .. द्वितीया दशा 'सुयं मे'-(मैंने सुना है)-इसकी व्याख्या 1 | स्थविर भगवंतों द्वारा प्रतिपादित स्थविर भगवंतों द्वारा बीस असमाधि स्थान / इक्कीस शबल दोष 32 __कथन | पहला शबल दोष शीघ्र-शीघ्र चलना, बिना प्रमार्जन किये दूसरा और तीसरा शबल दोष 35-37 - चलना, भली प्रकार से प्रमार्जन किये . . बिना न चलना . चौथा और पाँचवाँ दोष 12 36-36 चौथी और पाँचवीं असमाधि 14-15 छठा दोष 40 छठी असमाधि सातवाँ दोष सातवीं असमाधि आठवाँ और नौवाँ दोष 43-44 आठवीं असमाधि दसवाँ और ग्यारहवाँ दोष 45-46 नौवीं और दसवीं असमाधि बारहवाँ और तेरहवाँ दोष 47 ग्यारहवीं और बारहवीं असमाधि 20-21 चौदहवाँ और पन्द्रहवाँ दोष . 48-46 तेरहवीं और चौदहवीं असमाधि 22-23 24-25 सोलहवाँ और सतरहवाँ दोष पन्द्रहवीं और सोलहवीं असमाधि 50-51 सतरहवीं और अट्ठारहवीं असमाधि 26 अट्ठारहवाँ दोष उन्नीसवीं और बीसवीं असमाधि 27-28 / उन्नीसवाँ और बीसवाँ दोष 55-56 स्थाविर भगवंतों के द्वारा कही हुई बीस / इक्कीसवाँ दोष है. असमाधियों का वर्णन 30 / स्थविर भगवंतों के कहे हुए शबल दोष 56 57
SR No.004500
Book TitleDasha Shrutskandh Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAatmaram Jain Dharmarth Samiti
Publication Year2001
Total Pages576
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_dashashrutaskandh
File Size11 MB
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