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________________ सौजन्य प्रस्तुत आगम “श्री विपाक सूत्रम्" श्रावक रत्न श्री सूर्यकान्त टी भटेवरा (पूना) के 1 सौजन्य से प्रकाशित हो रहा है। श्री भटेवरा जी पूना नगर के एक प्रतिष्ठित उद्योगपति हैं। आप ऑटो पार्ट्स उद्योग से जुड़े हुए हैं। आपके उत्पादनों की गुणवत्ता भारत-भर में विश्रुत है। व्यवसाय में प्रामाणिकता आपकी पहचान है। व्यावसायिक क्षेत्र के साथ-साथ सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में भी श्री भटेवरा जी एक प्रतिष्ठित और सम्मानित व्यक्तित्व हैं। समाज-सेवा और धर्म-प्रभावना में आप सबसे आगे रहकर अपनी सेवाएं अर्पित करते हैं। - आचार्य सम्राट् पूज्य श्री शिव मुनि जी महाराज के आप अग्रगण्य श्रावक हैं। पूज्य आचार्य श्री के प्रति आप तथा आपके परिवार में अनन्य आस्थाभाव है। श्रमण संघ के चहुंमुखी विकास के लिए आपकी सेवाएं सदैव समर्पित रही हैं। . प्रस्तुत आगम के प्रकाशन पर्व पर आत्म-ज्ञान-श्रमण-शिव आगम प्रकाशन समिति, लुधियाना एवं भगवान महावीर मेडिटेशन एण्ड रिसर्च सेंटर ट्रस्ट, नई दिल्ली प्राप्त सौजन्य के लिए श्री भटेवरा जी के हार्दिक धन्यवादी हैं। इनका सम्पर्क सूत्र है श्री सूर्यकान्त टी. भटेवरा 68, भोसले नगर, पुणे, (महाराष्ट्र) दूरभाष-9822053391 -आत्म-ज्ञान-श्रमण-शिव आगम प्रकाशन समिति, लुधियाना एवं -भगवान महावीर मेडिटेशन एण्ड रिसर्च सेंटर ट्रस्ट, नई दिल्ली
SR No.004496
Book TitleVipak Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyanmuni, Shivmuni
PublisherAatm Gyan Shraman Shiv Agam Prakashan Samiti
Publication Year2004
Total Pages1034
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_vipakshrut
File Size21 MB
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