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________________ शब्द 826 परिवस 827 परिवुडा 828 परिस्सव 829 परिसा 830 परिसुक्क 831 परिहे 832 पवह 833 पवाह 834 पवहण 835 पवाय 836 पव्व 837 पसण्ण 838 पसय 839 पस्स 840 पंसु 841 पह 842 पहकर 843 पहरण 844 पहाण 845 पहार 846 पाउण 847 पाउब्भूय 848 पाउया 849 * पाउस 850 पाग 851 पागार 852 पाड 853 पाड 854 पाडण 855 पाडल 856 पाण 857 पाणि शब्द 858 पाणिग्गहण 859 पाणिय 860 पामुक्ख 861 पाय . 862 पायच्छित्त 863 पायन्दुय 864 पायरास 865 पायपडिया 866 पायपीढ 867 पारणग 868 पारदारिय 869 पारेवइ 870 पाले 871 पाव 872 पावयण 873 पास 874 पासवण 875 पासाईय 876 पासाय 877 पासायवडंसग 878 पाहुड 879 पि 880 पिअ 881 पिट्ठओ 882 पिडअ 883 पिउस्सियापइय 884 पिप्पल 885 पिव 886 पिह 887 पीय 888 पीय 889 पीह शब्द 890 पुक्खरिणी 891 पुच्छ 892 पुंज 893 पुडपाग 894 पुढवी 895 पुढवीकाय 896 पुण्ण 897 पुत्त 898 पुत्तताअ 899 पुष्फ 900 पुरओ 901 पुरापोराण 902 पुरिस . 903 पुरिसक्कार 904 पुरोहिअ 905 पुव्व .906 पुव्वरत्तावरत्तकाल 907 समय , 908 पुव्वाणुपुल्वि 909 पुव्वावरण्ह 910 पूय 911 पूयत्त ' 912 पोरंत 913 पेल्ल 914 पेल्लअ 915 पोय 916 पोरिसी 917 पोसहिअ 918 पोसह 919 पोसहसाला फ 920 फरिह .. 1014 ] श्री विपाक सूत्रम् [परिशिष्टं नं.२
SR No.004496
Book TitleVipak Sutram
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGyanmuni, Shivmuni
PublisherAatm Gyan Shraman Shiv Agam Prakashan Samiti
Publication Year2004
Total Pages1034
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_vipakshrut
File Size21 MB
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