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________________ (द्वार) अंक-प्राकृत २३०-दसण २०-दसबल ९२१-दसा २१-दसारनाह २८१-दहिअ ६०१-दाण ३२-दाणव ११४-दाणि 350 दाम ९२-दार ७५९-दार ५७३-दारिअ ४८८-दारु १०९-दारुण ५८९-दाविअय ३५४-दाव २११-दास १९६-दि १३५-दिट्ठ ६५६-दिटुंत ६६८-दिट्ट ४-दिणमणि ७१-दिगमुड ४.१७-दिण ५२७-दिण्ण ७५०-दित्त .. संस्कृत गुजराती (दशन) . . . दांत (दशबल) पु. बुद्ध, शाक्यसिंह (दशा) स्त्री. स्थिति, दशा __ (दशाहनाथ) पु. कृष्ण (दधिक) न. दहीं (दान) न. हाथीनो मद (दानव) . पु. राक्षस, असुर (इदानीम्) अ. हमणां (दामन) न. माळा (दार) पु. स्त्री न / बारj (दारित) वि. फाडेल (दारु) न. लाकडु . (दारुण) विः भयंकर (दर्शित) देखाडेल (दाव) . पु. वननो भडको (दास) पु.. दास, मच्छीमार (द्विज) ब्राह्मण (दृष्ट) वि. देखेल. (दृष्टान्त) पु. उदाहरण, ओठु वि. दिशेलु (दिनपणि) पु. सूरज (दिनमुख) न. परोढिउं (दिन) पु. दिवस (दत्त) वि. दीधेल (दीप्त) वि. दीपेल [100] अय (दिष्ट)
SR No.004490
Book TitlePrakrit Vyakaranam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSanyamsagar
PublisherSanyamsagar
Publication Year1986
Total Pages266
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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