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________________ ४४-मंगलपाटय-मागह-चारण वे आलआ बंदी // 32 // ४५-आमा मत्ती वाहो ही तुर गो तुरंगनो तुरी / ४६-संगामा मंजुअं आहवं रणं संगर समर // 3 // ५७-रालो वा वयला हलबालो कलयलो वमालो य / / १८-सेगा वरू हेणी वाहिणी अशीअं चमू सिन्न // 34 // ५५-रारा अकिंचणो दुठियहो दरिदो य दुग्गओ निस्सो / ५०-स५ अरी अमेत्तो रिऊ अराई य पर्डिवक्खो // 35 // ५१-कर्ण सिलीमुहो मग्गणो इसू साया सरी विसिंहो / ५२-पक्का सदा समत्था य पक्कला पच्चला पोढा // 36 // ५३-कोयंडं गंडोनं धम्मं धणुहं सरासगं चावं / ५४-खग्ग' असी किवाणं करवालं मंडलग्ग च // 37 // ५५-सिण्हा नीहारो धूमिआ य महिआ य धूममहिसी य / ५६-कल्लोलो उल्लोलो उम्मी वीई तरंगो य // 38 // ५७-निलुप्पलं वियाणह कुवलय इदीवर च कदुट्ट / ६५८-चंदुज्जय तु कुमुअं गद्दहय केरव साफ // 39 / / ५९-धयरट्ठा कायंबा हंसा धवलसउणा मराला य / ६०-सउला सहरा मोणा तिमी झमा अणमिसा मच्छा // 40 // 22 23 45 44 चारण. 45 अश्व. 46 युद्ध. 47 कलकल .. 48 सेना. 49 निधन. 50 शत्रु. 51 शर. 52 समथे. 5.3. धनुषः 54 तलवार. 55 बरफ. 56 तरंग. 57 नीलोत्पल. 58 कुमुद. 59 हस. 60 माछलं.
SR No.004490
Book TitlePrakrit Vyakaranam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSanyamsagar
PublisherSanyamsagar
Publication Year1986
Total Pages266
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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