________________ पूज्य उपाध्याय श्री यशोविजयजी महाराज द्वारा रचित यशोमारती जन प्रकाशन समिति के अभिनव प्रकाशन १-ऐन्द्रस्तुतिचतुर्विशतिका ( स्वोपज्ञ संस्कृत टीका, गुजराती एवं हिन्दी अनुवाद सहित ) २-वैराग्यरति : (पाठ सर्गों में 5511 पद्यों का अनुपम कथाकाव्य) ३-स्तोत्रावली : (हिन्दी अनुवाद सहित स्तोत्र एवं पत्रकाव्य का संग्रह) ४-काव्यप्रकाश : (द्वितीय-तृतीय उल्लास) उपाध्याय जी द्वारा रचित संस्कृत टीका, उसका अनुवाद तथा 146 टीका और टीकाकारों के परिचय से युक्त विस्तृत उपोद्घात / [ ऐसे ही अन्य और भी ग्रन्थ शीघ्र छप रहे हैं। ] प्राप्तिस्थानश्री यशोभारती जैन प्रकाशन समिति द्वारा-जे० चित्तरंजन एण्ड कम्पनी 312, मेकर भवन, रूम नं० 3, 21, न्यू मरीन लाइन्स, बम्बई-३०