________________ ( त ) ५-भगवान महावीर के जीवन से संबद्ध 34 तथा एक श्री गौतम स्वामी जी का इस प्रकार कुल 35 चित्रों का अपूर्व तथा बेजोड़ चित्र-सम्पुट / जिसमें चार रंग के, प्रायः '6X 12' इंच की साइज में छपे हए चित्र हैं। इनमें विविध हेतुलक्षी, अत्यन्त उपयोगी, बौद्धिक 40 बॉर्डर, जैन तथा भारतीय संस्कृति के-जैन कुकुमपत्रिका तथा कार्डों में प्रयोग किया जा सके और नया-नया ज्ञान मिले ऐसे—उपयोगी 121 प्रतीक हैं। इन 35 चित्रों का परिचय हिन्दी, गुजराती तथा इंग्लिश तीन भाषाओं में दिया गया है / तथा इनके साथ ही 12 परिशिष्ट भी जोड़े गए हैं। जिनमें भगवान महावीर के जीवन का संक्षेप में विशाल परिचय दिया गया है / सभी रेखापट्टियों (बॉर्डर) और प्रतीकों का परिचय 28 पृष्ठों में वर्णित है। ___ इन चित्रों की बाइडिंग की हुई पुस्तक जिस प्रकार तैयार की गई है वैसा ही खुले 35 चित्रों का पेकेट भी तैयार हुआ है। ६-विविध रंगों वाली डाक टिक्टिों से ही तैयार किए हुए भगवान श्री पार्श्वनाथ तथा श्री हेमचन्द्राचार्य जी के चित्र / ७-भरत काम (गूथन) में सपरिकर भगवान पार्श्वनाथ प्रादि / ८-रंगीन कांच पर सोने के पतरे द्वारा तैयार किया गया विविध आकृतियों का विशिष्ट संग्रह / ६-जम्बूद्वीप और अढ़ीद्वीप के स्केल के अनुसार ड्रेसिंग क्लाथ पर तैयार किये गए 5 फुट के नक्शे (सं० 2003) 10 - मिरर (बिल्लोरी) काच-ग्लासवर्क में तैयार कराये हुए चित्र / ११—जैन साधु प्रातःकाल से रात्रि शयन तक क्या प्रवृत्तियां करते हैं ? इससे सम्बद्ध दिनचर्या के तैयार किए जा रहे रंगीन 35 चित्र / १२-प्रतिक्रमण और जिन-मन्दिर में होने वाले . विविध-अनुष्ठान आदि में उपयोगी, आसन-मुद्राओं से सम्बन्धित पहली बार ही तैयार किया गया 42 चित्रों का संग्रह / (यह प्रदर्शन और प्रचार के लिए भी उपयोगी है।) .