________________ ( ज ८-तीर्थङ्कर भगवान् महावीर [ग्रन्थ के 35 चित्रों का तीन भाषाओं में परिचय, 12 परिशिष्ट तथा 105 प्रतीक एवं 40 रेखा पट्टिकाओं का परिचय] (सं० 2028) (2) अनूदित कृतियां १-बृहत्संग्रहणी सूत्र, यन्त्र, कोष्ठक तथा 65 रंग-बिरंगे स्व निर्मित चित्रों से युक्त (सं० 1665) २-बृहत्संग्रहणी सूत्रनी गाथाओ, गाथार्थ सहित (सं० 1965) ३-सुजसवेली भास; महत्त्वपूर्ण टिप्पणी के साथ (सं० 2006) (3) संशोधित तथा सम्पादित कृतियां १-नव्वाणु यात्रानी विधि (सं० 2000) २-यात्म-कल्याण माला (चैत्यवन्दन, थोय, सज्झाय, ढालियां आदि का विपुल संग्रह (आ. 2. सं० 2007) ३-सज्झायो तथा ढालियाँ (सं० 2007) ४-श्रीपौषध विधि (आ. 4. सं० 2008) ५-जिनेन्द्र-स्तवादि-गुणगुम्फित मोहनमाला' (अ० 4, सं० 2006) ६-सुजस वेली भास (सं० 2006) ७-कल्पसूत्र सुबोधिका टीका सहित, प्रति के प्राकार में कति पय उपयोगी विशेषताओं के साथ (सं० 2010) ८-ऋषिमण्डल स्तोत्र (लघ और बहत) 16 पृष्ठात्मक तथा 102 पाठ-भेदों के सहित का संशोधन, 32 पृष्ठात्मक की दो आवत्तियां, (सं० 2012, 2017 तथा 2023) ६-यशोविजय स्मृतिग्रन्थ (सं० 2013) १०-ऐन्द्रस्तुति सटीक (सं० 2018) ११-यशोदोहन (सं० 2022) 1. इसकी द्वितीय भावत्ति सं. 1981 में प्रकाशित करवाई गई थी।