________________ ( च ) 6 त्रिसूत्र्यालोकविवरण 10 द्रव्यालोक स्वोपनटीका सहित 11 न्याय बिन्दु (?) 12 न्यायवादार्थ 13 प्रमारहस्य 14 मङ्गलवाद 15 वादरहस्य 16 वादार्णव 17 विधिवाद 18 वेदान्तनिर्णय 16 वेदान्तविवेकसर्वस्व 20 शठप्रकरण / 21 सिरिपुज्जलेह (श्रीपूज्यलेख) . 22 सप्तभङ्गीतरङ्गिणी 23 सिद्धान्ततर्कपरिष्कार इनके अतिरिक्त [हारिभद्रीय] - 16 विशिकाओं पर की गई 16 टीकाएँ तथा अन्त में 'रहस्य शब्द-पद से अलंकृत अनेक प्रकरणग्रन्थ और अन्य उल्लिखित 'चित्ररूपप्रकाश', ज्ञानकर्म समुच्चयवाद' आदि छोटी-बड़ी कृतियाँ। इसी प्रकार बहुत-सी कृतियाँ अप्राप्य भी हो गई हैं। गुजराती, हिन्दी और मिश्रभाषा में उपलब्ध कृतियां' 1 अगियार अंग सज्झाय *4 अध्यात्ममत परीक्षा बाला२ अगियार गणधर नमस्कार वबोध 3 अढार पापस्थानक सज्झाय' 5 प्रमतवेलीनी सज्झायो (दो) 1. इन गूर्जर कृतियों का अधिकांश भाग 'गूर्जरसाहित्य संग्रह' भाग-१, 2 में मुद्रित हो चुका है / 2. सज्झाय शब्द मूलतः स्वाध्याय का प्राकृत रूप है /