________________ 235 पृष्ठाङ्काः 206 164 164 165 187 सहस्रनाम्नामनुक्रमणिका नामानि ... पृष्ठाङ्काः नामानि नयोत्क्रान्ताय 201: पदोत्तराय नवो दिने " पद्मभुवे नादीनवाय 206 पद्मविष्ट राय नाद्याय पद्मसम्भूतये नाप्युणादिकाय 204 पद्माय निपाताय 160 पद्मासनोदयाय निःप्रमीलदशे 207 पद्म शाय निमेषेन्द्राय परधर्मविनिम्वताय नियाजभाजे परब्रह्मणे निरक्षाय / परमात्मने निरञ्जनाय परमाशस्त्राय निरन्तराय परमेष्ठिने निरम्बराय परंज्योतिष निराक्रियाय 206 परात्पराय निरेजसे पश्यत्यात्मने निर्मन्तवे पात कक्षयिने निर्वर्गाय पारदाय निर्वाच्याय पिटकंत्रयदेशिताय निर्वताय 205 पितामहाय निश्चेयिने पुण्यगर्भाय निष्ठाय : पुराणगाय निस्तन्द्राय पुराणज्ञाय न्यासातीत्राय पुराणाय पुरुहूताय पुरोहिताय पञ्चमङ्गलमन्त्राय पुष्कलेक्षणाय पदातीताय पूर्णार्थाय पदार्थाय प्रक्षीणबन्धाय 0 0 0 FREER ARREEEEEEEEES : 0 < 0 0 owww WOW 5 is owww 0 206 188 0 ..wcom 2 200