________________ 206 ॐ प्राद्यध्येयाय , पदोत्तराय ,, आत्मरक्षायै ,, प्रात्मकवचाय 2, आत्मत्रा। , प्रात्मपञ्जराय / अकुण्ठाय , त्र्यम्बकाय ,, सार्वाय ,, शर्वाय ,, सर्वेश्वराय 950 ., मडाय सिद्धसहस्रनामावली नमः . ॐ निराक्रियाय नमः ,, नन्द्याय // 620 , नादीनवाय , नन्द्यावर्ताय ,, अर्हाय ,, स्वस्तिकाय ,, अस्तिकाय ,, प्रौढाय , अनढाय ,, मन्त्रशिखाय ,, दीप्ताय ,, अरिघ्नाय ,, निरन्तराय ,, भद्राय ,, अनीदृशे . ., अनित्थंस्थाय , अयुतसिद्धाय / , सुसंयुताय , अलोकस्पृशे ,, लोकमध्याय , लोकमान्याय ,, विसंशयाय , जागरूकाय ,, सदोन्निद्राय " , निस्तन्द्राय 930 960 ,, आद्येड्याय ,, आद्यचारित्राय ,, पाद्यमन्त्राय ,, ऋगादिमाय आद्यवाचे आद्यभुवे प्राद्यनेत्रे आद्यर्षये ,, वृषादिमाय ,, श्राद्यमेघाय , प्रधानाद्याय क्ष्माद्याय " नाद्याय