________________ 43 विद्युत् // 56 // श्लाघहस्थाशपा / मैत्राय श्लाघते // 57 / / , तुमोऽर्थे भाववचनात् / पाकाय व्रजति // 58 / / गम्यस्याप्ये तुमः / फलेभ्यो याति / / 59 // गते - वाऽनाप्ते / ग्रामाय ग्रामं वा व्रजति // 60 / / हितसुखाभ्यां वा / चैत्राय चैत्रस्य वा सुखम् // 61 / / तद्भदायुष्यक्षेमार्थेनाशिषि वा / श्रमणेभ्यः श्रमणानां वा सुखमस्तु / / 62 // शक्तार्थवषट्नमःस्वस्तिस्वाहास्वधाभिः / स्वस्ति संघाय / / 63 // अपायेऽवधिरपा. दानम् पंचम्यपादाने / ग्रामादागच्छति शृंगाच्छरः // 65 // आङावधौ / आपाटलिपुत्राद् वृष्टिः // 66 // पर्यपाभ्यां वज्र्ये / अपपाटलिपुत्राद् वृष्टिः / // 67 // आख्यातर्युपयोगे / उपयोगो नियमपूर्वकं विद्याग्रहणं, उपाध्यायादधीते // 68 / / गम्ययपः। कर्माधारे, आसनात् हाद्वा प्रेक्षते // 69 / / प्रभृत्यन्यार्थदिक् शब्दबहिरासदितरैः / आरभ्य ग्रीष्मात्, चैत्राद्भिन्नः // 70 / / ऋणाद्धेतोः / शताबद्धः // 71 / / गुणादस्त्रियां / हेतौर्नवा, जाड्याज्जाइयेन वा बद्धः / / 71 // आरादर्थैर्वा / आसन्नं ग्रामाद् ग्रामस्य वा // 73 // स्तोकाल्पकृच्छकतिपयावसत्त्वे / करणे वा, स्तोकेन स्तोकाद्वा मृतः // 74 // अज्ञाने ज्ञः / सर्पिषो जानीते // 75 // शेषे षष्टी। राज्ञः पुरुषः / / 76 //