________________ ल्पात्करणादेः / अल्पार्थात् क्तान्तात्करणादे8:, अभ्रविलिप्ती // 50 // स्वांगादेरकृतमितजातप्रतिपन्नाबहुबीहेः / उरुभिन्नी // 51 // अनाच्छादजात्यादेर्नवाऽकृतादिक्तान्तात् / शांगरजग्धी शांगरजग्धा // 51 // पत्युनः / बहुव्रीहेर्वा डों:, दृढपत्नी दृढपतिः // 52 // सादेः / अधिपत्नी अधिपतिः // 53 / / सपन्यादयः / सैकवीरपिण्डभ्रातृपुत्रेभ्यः // 54 // ऊढायाम् पत्नी // 55 / / पाणिगृहोती ऊहायाम् // 56 // पतिवन्यन्तवन्यो / भार्यागभिण्योः // 57 // जातेस्यान्तस्रोशूद्रात् / कुक्कुटी पात्री // 58 // पाककर्णपर्णवालान्ताज्जातेः / अश्ववालो // 59 // धवाद्योगादपालकान्तात् / ठो // 60 // पूतक्रतुवृषाकप्यग्नि कुसितकुसिदात् / हीरैच वान्त्यस्य, पूतक्रतायी॥६१)। मनोरौ च वा चादै / मनुः मनावी मनायीं // 62 // वरुणेन्द्ररुद्र भवशर्वमृडाद् आन् चान्तः / मृडानी // 63 / / मातुलाचार्योपाध्यायाद्वा / मातुलानी मातुली // 64 // सूयदिवतायां वा / सूर्याणी सूर्या // 65 // यवयवनारण्य हिमाद्दोषलिप्युरुमहत्त्वे / यवानी यवनानी अरण्यानी हिमानी / // 66 // अर्यक्षत्रियाद्वा // 67 // यत्रो डायन च वा / गाायणी.॥६८॥ व्यंजनात्तद्धितस्य यां लुक् / गार्गी // 69 // लोहितादिशकलान्तात् / शाकल्यायनी