________________ 37 // 33 // द्विगोः समाहारात् अतः / पंचाजो. // 34 // अणयेकनस्नटितां डीः / औपगवी औत्सी शैलेयी आक्षिकी स्त्रैणी पौंस्नी शुनिधयी // 34 / / भाजगोणनागस्थूलकुण्डकालकुशकामुककटकबरात् पक्वावपनस्थूलाकृत्रिमामकृष्णायसीरिरंसुश्रोणिकेशपाशे डीः // 35 / / नवा, शोणादेमः / शोणी विशाली ध्वजी कल्याणी / / 36 // इतोऽक्त्यर्थात् वा डीः / धूली धूलि: // 37 // पद्धतेर्वा // 38 // शक्तः शस्त्रे वा // 39 // स्वरादुतो गुणादग्वरोः / स्वरात्परस्य खरुवजितस्य गुणवाचकोदन्ताद् ङीर्वा, पटवी पटुः // 40 // श्येतैतहरितभरंतरोहिताद्वर्णात् डीर्वा / तो नश्च, श्येनी श्येता // 41 / / क्नः पलितासिताद् ङीर्वा नश्च / पलिक्नी असिता असिक्नी // 42 // असहनविद्यमानपूर्वपदात्स्वाङ्गादक्रोडादिभ्यो वाडीः। अतिकेशी अतिकेशा // 43 // नासिकोदरोष्ठजंघादन्तकर्णशृंगांगगात्रकण्ठाद्वा डोः / सुनासिकी सुनासिका, नान्यबहुस्वरसंयोगोपान्त्येभ्यः / / 43 // नखमुखादनाम्नि वा / सुमुखी सुमुखा // 44 // पुच्छात्, सुपुच्छी सुपुच्छा // 46 // कबरमणिविषशरादेः / शरपुच्छी // 47 // पक्षाच्चोपमानादे: / चात्पुच्छात्, उलूकपुच्छी // 48 // क्रीतात्करणादेः / वस्त्रकीती / / 49 / / क्ताद